मध्य प्रदेश

कांग्रेस का विधानसभा घेराव:पुलिस ने रोका, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह बोले- भाजपा सरकार आदिवासी विरोधी है, कांग्रेस उनका हक दिला कर रहेगी…

भोपाल (कैलाश गौर)। राजधानी भोपाल में प्रदेश में आदिवासी पर बढ़ते अत्याचार को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को विधानसभा के घेराव करने निकले। कार्यकर्ता प्रदेश मुख्यालय से रेडक्रॉस अस्पताल तक पहुंचे। जहां पुलिस ने बेरिकेडिंग कर रोक लिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। जिसके बाद पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। जयवर्धन सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार आदिवासी विरोधी है। हमारी सरकार ने आदिवासी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था, लेकिन भाजपा सरकार आदिवासियों का अपमान कर रही है। हम उनका हक दिला कर रहेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एकजुट है। जो गद्दार थे, वो पार्टी छोड़कर चले गए।

सैकड़ों कार्यकर्ता जयवर्धन सिंह और कमलेश्वर पटेल के नेतृत्व में प्रदेश मुख्यालय से विधानसभा का घेराव करने निकले। नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता रेडक्रॉस अस्पताल के पास पहुंचे थे। जहां पुलिस ने पहले ही बैरिकेडिंग की थी। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रेडक्रॉस अस्पताल के पास रोक लिया। यहां पर कांग्रेस कार्यकर्ता आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। जहां पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर बस में बैठा लिया। जयवर्धन सिंह को बस में बैठाने पर कई कांग्रेस नेता बसों के आगे लेट गए। पुलिस ने उनको बल पूर्वक हटाया। कुछ दूरी पर पुलिस ने कार्यकर्ताओं को छोड़ दिया।

इससे पहले प्रदेश मुख्यालय पर कांग्रेस अनुसूचित विभाग ने विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया था। इसमें प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमारे यहां पर राज्य में संस्कृति बदल जाती है। इतनी विभिन्नता किसी और देश में नहीं है। ये बाबा भीमराव अंबेडकर ने संविधान बनाया है। जिसके कारण हम सब एक हैं। आज संविधान पर हमला हो रहा है। ये देश पर हमला है। आज के युवाओं को रोजार चाहिए। आज कोई भी वर्ग संतुष्ठ नहीं है। मुख्यमंत्री सिर्फ बाते कर रहे हैं। सरकार चलाने और बातें करने में अंतर होता है। उन्होंने मुख्यमंत्री का नाम लेकर कहा कि प्रदेश के युवा आपको हमेशा के लिए घर बैठा देंगे।

कमलनाथ बोले- मैंने सदन में कहा था मार्च 2020 में कोरोना आने वाला है, लेकिन सरकार नहीं जागी। ऑक्सीजन, दवा से लेकर कोई व्यवस्था नहीं की। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मंत्र दिया कि हमेंं भाजपा सरकार की गलत नीतियों को दो-दो लोगों को समझाना है। इसका हमें संकल्प लेना है। इसके बाद कांग्रेस का झंडा सदन में लहराएगा। इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया है कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस आदिवासियों के मुद्दे पर भ्रम फैला रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 नवम्बर जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन शासकीय अवकाश रहेगा और पूरे प्रदेश में जनजातीय संस्कृति, परम्परा और जीवन मूल्यों, रोजगार और अर्थ-व्यवस्था के लिए विशेष अभियान चलाएंगे।

मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों पर  कहा कि 9 अगस्त को विश्व मूल निवासी दिवस है, इस दिन ऐच्छिक अवकाश की व्यवस्था है। इस दिन आदिवासी दिवस नहीं है। कांग्रेस व नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। यह उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने जनजातीय मंत्रालय की स्थापना की गई थी। राज्य सरकार जनजातीय कल्याण की दिशा में निरंतर सक्रिय होकर काम कर रही है। प्रदेश में जनजातीय नायकों रानी दुर्गावती, टंट्या भील, भीमा नायक, शंकर शाह, रघुनाथ शाह की समाधि स्थलों पर स्मारकों का निर्माण कराया गया। कांग्रेस की जब सरकार थी, 10 सालों तक, दिग्विजय सिंह ने भर्तियां नहीं की। आज बैकलॉग की बात करते हैं। पद खाली हैं, तो कांग्रेस की सरकार के कारण है। भाजपा पूछना चाहती है आज नेता प्रतिपक्ष से पेसा एक्ट लागू किया तुमने, फिफ्थ शैड्यूल (पांचवीं अनुसूची अनुसूचित ) पर कितना काम किया, केवल आंसू बहाना भ्रम फैलाने का काम है। प्रदेश में भाजपा की सरकार ने आदिवासियों की बेहतरी के लिए लगातार काम किए हैं। गांव गांव में आश्रम और छात्रावास खोले गए हैं।

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