फिल्म जगत

कंगना को पद्मश्री मिलने पर कांग्रेस लीडर ने किया कटाक्ष, कहा- यह सम्मान सोनू सूद को मिलना चाहिए था…

नई दिल्ली। अपनी बेहतरीन अदा के कारण हाल में ही बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया है। 8 नवंबर को राष्ट्रपति के हाथों उन्हें पद्मश्री सम्मान से भी सम्मानित किया गया है। ऐसे में सोशल मीडिया पर कंगना के नाम की खूब चर्चा हो रही है। कंगना रनौत के फैंस जहां उनकी इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं, वहीं हेटर्स कंगना रनौत को ट्रोल कर रहे हैं।

इतना ही नहीं कंगना को पद्मश्री सम्मान दिए जाने पर मोदी सरकार पर भी निशाना साधा जा रहा है। कांग्रेस लीडर उदित राज ने सोशल मीडिया पर कंगना को लेकर कटाक्ष किया है। उदित राज ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि पद्मश्री सम्मान सोनू सूद को मिलना चाहिए था।

उदित राज ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा- ‘लोग हैरान हैं कि पदमश्री सोनू सूद को मिलना चाहिए था मिला कंगना रनौत को। किस दुनिया में हो, यहां काम पर नहीं झूठ और नफरत फ़ैलाने पर मिलता है।’ एडिशनल एडवोकेट जनरल ऑफ छत्तीसगढ़, अशोक बसोया ने कहा- ‘मेरा एक सवाल है मोदी जी से, कि सोनू सूद को पद्मश्री क्यों नहीं दिया गया?’

राइटर और पूर्व जर्नलिस्ट प्रीति चौबे ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- ‘अगर यही पद्मश्री कोरोना काल में गरीबों के मसीहा बने सोनू सूद को दे दिया जाता तो शायद पद्मश्री का मान सम्मान और भी बढ़ सकता था! लेकिन ये तो सरकार की चापलूसी करने वालों को मिलेगा!’

इन पोस्ट को देख सोशल मीडिया पर ढेरों लोगों के रिएक्शन सामने आने लगे। भारत नाम के एक यूजर ने कमेंट कर कहा- ‘मेरा कांग्रेस सरकार से यह सवाल है कि बरखा दत्त और राजदीप सरदेसाई को अवॉर्ड क्यों दिया गया था।’ ओमकारनाथ नाम के यूजर ने कहा- ‘सोनू सूद के साथ विवादास्पद बड़े सौदों और उनकी जांच का सच सामने आया हो सकता है जो कि गलतियां छुपाने की कोशिश भी लगती है। जांच दान धर्म के बहुत पहले से शुरू हुई थी। ये भी रिकार्ड पर है, गूगल कर देख लीजिए।’

बता दें, कंगना रनौत को 8 नवंबर 2021 को पद्मश्री अवॉर्ड (Padma Shri Award 2020) से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कंगना रनौत को प्रशस्ति पत्र के साथ पद्मश्री अवॉर्ड दिया। ऐसे में कंगना रनौत ने अपने इंस्टा अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह उन लोगों को जवाब देती दिख रही हैं, जिन्होंने कभी उन्हें पूछा था कि ‘ये सब क्यों करती हो, पंगे क्यों लेती हो? ये तुम्हारा काम नहीं है।’

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