दुनिया

सातवें पर आओ; और फिर ढेर हो गया हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुक्र

पिछले महीने इजरायल ने हिजबुल्लाह के सैन्य कमांडर फुआद शुक्र को मार गिराया था। अब इस हमले को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। एक अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट में बताया गया है कि फुआद पर हुआ यह हमला एक टेलीफोन कॉल के कुछ ही मिनटों बाद हुआ था। इस फोन कॉल में फुआद से अपने दूसरे मंजिल के दफ्तर से सातवें मंजिल के घर पर जाने के लिए कहा गया था। इस जगह पर उसे निशाना बनाया जाना आसान था। हिजबुल्लाह ने बताया है कि वह सुरक्षा उल्लंघन की जांच के लिए ईरान के साथ मिलकर काम कर रहा है। आतंकी संगठन का मानना है कि इजरायल की बेहतर तकनीकी क्षमताएं हिजबुल्लाह को मात दे रही हैं।

अमेरिकी अखबार 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' की रिपोर्ट के अनुसार, फुआद शुक्र एक ही बिल्डिंग में रहता था और उसका काम करने के लिए दफ्तर भी उसी इमारत में था, ताकि वह बाहर कम जा सके। साल 1985 में एथेंस से अमेरिका के लिए TWA फ्लाइट 847 के अपहरण की योजना बनाने में मदद करने के बाद वह छिप गया था। अखबार ने एक पड़ोसी के हवाले से बताया, "हमने उसका नाम सुना था, लेकिन हमने उसे कभी नहीं देखा। वह एक भूत की तरह था।" 30 जुलाई को इजरायली रक्षा बलों के हमले में शुक्र, उसकी पत्नी, दो अन्य महिलाओं और दो बच्चों की मौत हो गई थी। यह अटैक उत्तरी शहर मजदल शम्स पर हिजबुल्लाह के घातक रॉकेट हमले के जवाब में हुआ था, जिसमें 12 बच्चे मारे गए थे। इजरायल के इस हमले के बाद हिजबुल्लाह बुरी तरह से बौखला गया था।

शुक्र के बाद हनीयेह की भी हो गई थी हत्या
शुक्र के मारे जाने के कुछ ही घंटों बाद ही तेहरान में एक विस्फोट में हमास प्रमुख इस्माइल हनीयेह की भी मौत हो गई थी। हिजबुल्लाह और ईरान दोनों ने इजरायल से बदला लेने की कसम खाई है, जिसने हनीयेह को मारने वाले विस्फोट में अपनी भूमिका की न तो पुष्टि की है और न ही इनकार किया है। शुक्र ने 2006 में सीमा पार हमले की कमान संभालने में मदद की थी, जिसमें आठ इजरायली सैनिक मारे गए थे और दो का अपहरण कर लिया गया था, जिससे लेबनान में युद्ध छिड़ गया था। उस संघर्ष के बाद, शुक्र ने आतंकी समूह के रॉकेट शस्त्रागार को लगभग 15,000 से बढ़ाकर लगभग 150,000 करने की योजना बनाई थी। आईडीएफ के अनुसार, शुक्र सीरिया के माध्यम से ईरानी की तस्करी के लिए हिजबुल्लाह का मुख्य व्यक्ति था, जो अन गाइडेड मिसाइल से गाइडेड मिसाइलें बना सकता था।

Back to top button

Fatal error: Uncaught wfWAFStorageFileException: Unable to save temporary file for atomic writing. in /home/delhibulletin/public_html/wp-content/plugins/wordfence/vendor/wordfence/wf-waf/src/lib/storage/file.php:34 Stack trace: #0 /home/delhibulletin/public_html/wp-content/plugins/wordfence/vendor/wordfence/wf-waf/src/lib/storage/file.php(658): wfWAFStorageFile::atomicFilePutContents('/home/delhibull...', '<?php exit('Acc...') #1 [internal function]: wfWAFStorageFile->saveConfig('livewaf') #2 {main} thrown in /home/delhibulletin/public_html/wp-content/plugins/wordfence/vendor/wordfence/wf-waf/src/lib/storage/file.php on line 34