छत्तीसगढ़

कुदरगढ़ महोत्सव का रंगारंग समापन, संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने संगे संगे नाच लेबो करमां के हुकी जाबो मांदर के ताल के गाने में थिरके …

सूरजपुर।    धार्मिक, पर्यटन तथा प्राकृतिक महत्व एवं जनआस्था का केन्द्र सूरजपुर अंचल की अधिष्ठात्री देवी मां बागेश्वरी के धाम में तीन दिवसीय कुदरगढ़ महोत्सव का बुधवार की शाम रात विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आयोजित महोत्सव का समापन हुआ। महोत्सव के अंतिम दिन सरगुजा क्षेत्र के संजय सुरीला हाय रे सरगुजा नाचे फेम, छत्तीसगढ़ के सुपर स्टार पदमश्री अनुज शर्मा छत्तीसगढ़ी कलाकार ने शानदार गीत, संगीत, भजन, राम सिया राम के भजन, छत्तीसगढ़ी गानों की मनमोहक प्रस्तुति देकर समां बांधे रखा लोगों ने छत्तीसगढ़ी गानों का खूब आनंद लिया।

समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सरगुजा आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष खेलसाय सिंह, कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े  सहित स्थानीय प्रतिनिधियों ने दीप प्रज्वलन एवं राजगीत के साथ प्रारंभ किया। 27 मार्च को कालामांजन के दो व्यक्तियों को बाघिन ने हमला कर दिया और दो लोगों की मृत्यु हो गई थी। उपस्थित सभी प्रतिनिधियों, अधिकारियों, दर्शकों ने मृत आत्मा की शांति के लिए माता कुदरगढ़ी से प्रार्थना कर दुख शोक संतप्त परिवार के लिए संवेदना प्रकट किए।

आकस्मिक घटना घटित होने के कारण तीन दिनों तक चलने वाली कुदरगढ़ महोत्सव दो दिन आयोजित हुआ। सभी प्रतिनिधियों ने विपरीत परिस्थिति के बावजूद कुदरगढ़ महोत्सव के सफलतापूर्वक समापन के लिए कुदरगढ़ ट्रस्ट, भटगांव विधायक पारसनाथ राजवाड़े, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन सहित स्थानीय लोगों के सहयोग की सराहना कर धन्यवाद ज्ञापित किया।चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर 26 मार्च से प्रारंभ कुदरगढ़ महोत्सव के अंतिम दिन सरगुजा क्षेत्र के ख्याति प्राप्त छत्तीसगढ़ी लोक गायक संजय सुरीला एवं पदमश्री छत्तीसगढ़ी के कलाकार अनुज शर्मा सहित स्थानीय कलाकारों ने अपनी आकर्षक प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस दौरान भटगांव विधायक एवं संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने सरगुजा क्षेत्र के सुपरस्टार संजय सुरीला की टीम के साथ संगे संगे नाच लेबो करमां के हुकी जाबो मांदर के ताल में के गाने में थिरके। छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध कलाकार पदमश्री अनुज शर्मा ने अपने अंदाज में दर्शकों को खूब हंसाया एवं माया होगे तोर संग, टूरी आइसक्रीम खा के फरार होगे जी, शानदार गीत, संगीत, भजन, राम सिया राम के भजन, छत्तीसगढ़ी गानों की मनमोहक प्रस्तुति देकर मन मोह लिया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि सरगुजा आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष खेलसाय सिंह ने कहा कि यह महोत्सव स्थानीय स्तर पर नहीं बल्कि राज्य एवं देश में अपना ऐतिहासिक, धार्मिक, पर्यटन पर विशेष स्थान बनाया है। इस महोत्सव के माध्यम से छत्तीसगढ़ की लोककला एवं संस्कृति की एक विशेष पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि कुदरगढ़ महोत्सव स्थानीय एवं क्षेत्रीय कलाकारों को अपनी कला निखारने एवं छिपी कलात्मक क्षमता को उजागर करने का एक अच्छा अवसर एवं मंच प्रदान करता है। वहीं कलाकारों की लोककला एवं छत्तीसगढ़ कला संस्कृति व ऐतिहासिक स्थलों के बारे में उन्हें अवगत होने का एक सुनहरा अवसर मिलता है। संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने महोत्सव के सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई देते हुए कहा कि चैत्र नवरात्रि के अवसर पर आयोजित कुदरगढ़ महोत्सव को भव्य और बेहतर करने के लिए और कार्य किया जाएगा। श्रद्धालुओं को मंदिरों तक पहुंचने के लिए रोप वे का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा तथा कुदरगढ़ धाम में सभी सुविधा बेहतर हो इसके लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है आने वाले समय में सभी के सुझाव से बेहतर विकास किया जाएगा जिससे सभी को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो सकेगी।

उद्बोधन की कड़ी में मेला समिति के अध्यक्ष भुवन भास्कर सिंह, अखिलेश प्रताप सिंह, श्रीमती भगवती राजवाड़े, बाबूलाल अग्रवाल, कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा, पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने भी संबोधित किया एवं सभी ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कुदरगढ़ी महोत्सव का सफल आयोजन करने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, ट्रस्टी के सदस्य एवं स्थानीय लोगों का आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया। कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा ने ट्रस्ट के सदस्यों, विधायक भटगांव राजवाड़े, पुलिस प्रशासन एवं स्थानीय जनता का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि कालामंजन के घटना के पश्चात महोत्सव करना चुनौतीपूर्ण था लेकिन माता कुदरगढ़ी के आशीर्वाद से सभी समस्याओं का समाधान हुआ है। घायल बाघिन को समय पर पकड़ा गया जो कि माता कुदरगढ़ी के आशीर्वाद से ही सफल हुआ। उन्होंने मृत व्यक्तियों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की तथा दुख संतप्त परिवार के लिए संवेदना प्रकट की।

महोत्सव के समापन अवसर छत्तीसगढ़ राज्य उर्दू बोर्ड के सदस्य इस्माइल खान, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी मरावी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष नरेश राजवाड़े, श्रीमती भगवती राजवाड़े, डीडीसी, बीडीसी, बाबूलाल अग्रवाल, सूरज गुप्ता, मनिहारी लाल पैकरा, शिवबालक यादव, जिला जनप्रतिनिधि गण, कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा, पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू, जिला पंचायत सीईओ सुश्री लीना कोसम, कुदरगढ़ मेला अध्यक्ष भुवन भास्कर प्रताप सिंह, ट्रस्ट के सदस्य, नागरिक गण, प्रशासनिक एवं पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। मंच का संचालन अशोक उपाध्याय एवं आभार प्रदर्शन एसडीएम सागर सिंह राज ने किया।

          मुख्य अतिथि खेलसाय सिंह, संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े, कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा, पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू उपस्थित अतिथियों ने सभी कलाकार और ट्रस्टी के सदस्यों, प्रतिनिधियों, अधिकारी कर्मचारियों को कुदरगढ़ महोत्सव में सहयोग एवं योगदान देने के लिए प्रशस्तिपत्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।

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