राजस्थान

जालौर में सवर्ण शिक्षक छैल सिंह के हाथों दलित छात्र की मौत मामले में सीएम अशोक गहलोत ने दी RSS-BJP को सीख ….

जयपुर। जालौर में सवर्ण शिक्षक छैल सिंह के हाथों दलित छात्र की मौत मामले में राजस्थान के यशस्वी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरएसएस और भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। सीएम अशोक गहलोत ने अहमदाबाद में प्रेस वार्ता में कहा कि जालौर की घटना अत्यंत दुखद है। सीएम गहलोत ने कहा कि देश के अंदर छूआछूत है। ये मानवत पर कलंक है।

भाजपा-आरएसएस को पहला काम ये करना चाहिए कि छुआछूत और भेदभाव को मिटाए। ये हिंदुत्व की बात करते हैं। चुनाव में धार्मिक ध्रुवीकरण करते हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि और भी कई तरह के भेदभाल होते हैं। उनकों भाजपा-आरएसएस को मिटाना चाहिए। देश के हालात बड़े गंभीर है। लोकतंत्र खतरे में हैं। संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है।

उल्लेखनीय है कि सीएम अशोक गहलोत दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं। बुधवार को सीएम गहलोत ने वडोदरा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। सीएम गहलोत ने आज अहमदाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। गहलोत का आज शाम को जयपुर आने का कार्यक्रम है।

सीएम गहलोत ने कहा कि जांच चल रही है। इसलिए मैं कमेंट नहीं कर पाऊंगा। जालौर के दोनों एमएलए एक कांग्रेस का एक्स एमएलए और दूसरा भाजपा का वर्तमान एमएलए है। भाजपा का एमएलए प्रश्चचिन्ह लगा रहा है। पानी पीने वाली नेशनल डिबेट बन गई है कि मटके में पानी पीने नहीं दिया गया। वहां का भाजपा विधायक ही उस पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। आप समझ सकते हैं। एक बार इश्यू जो बन जाता है। आज आईटी का जमाना है। तुरंत वायरल हो जाता है। नेशनल मीडिया हो या लोकल मीडिया चलता रहता है।

सीएम गहलोत ने कहा कि कल मैंने अहमदाबाद आने से पहले एडीजी क्राइम जो अनुसूचित जाति के है। उनकों मैंने फिर जालौर भेजा है। हकीकत मालूम करने के लिए कहा है कि वास्तव में घटना क्या हुई। क्योंकि घटना को लेकर कई तरह के कन्फूजन पैदा हो रहे हैं। गुजरात में ऊना का कैस हुआ था। आज तक कुछ नहीं हुई। यूपी और मध्यप्रदेश में घटनाए हो रही है। कहा नहीं होती है। पर हमारी सरकार वोह जो घटना पर तत्काल ऐक्शन करती है। हमनें पुलिस प्रणाली में सुधार किए है। 55 दिन में जांच हो जाती है। पहले बहुत समय लगता था।

सीएम गहलोत ने कहा कि देश में राजस्थान पहला राज्य है जहां थाने के अंदर एफआईआर दर्ज करना अनिवार्य कर दिया है। पहले लोग गरीब लोगों को भगा देते थे। बेइज्जत करते थे। पर अब एफआईआर दर्ज करना अनिवार्य कर दिया है। वरना एसपी के कार्यालय में दर्ज होगी। एसपी के आफिस में पहले 15-16 केस आए थे। अब कोई नहीं आता है।

मुलजिम को अरेस्ट कर लेते हैं। मुदकमा दर्ज करते हैं। केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाते है। कोर्ट के अंदर कानूनी कोई कमी है तो तमाम कदम उठाते हैं। कोर्ट के अंदर। सीएम ने कहा कि मुआवजा कितना हो दे दो। वह मृत्यु की पूर्ति नहीं कर सकता।

सीएम गहलोत ने कहा कि जालोर के मासूम बच्चे की मृत्यु से पूरा देश आहत है। अहमदाबाद में विधायक जिग्नेश मेवानी ने मिलकर घटना पर चर्चा की। इस दुख में सभी समाज परिवार के साथ है। घटना के बाद आरोपी की त्वरित गिरफ्तारी की गई। SC-ST एक्ट की मुआवजा राशि और मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता राशि दी  है। इसके अतिरिक्त AICC के निर्देश पर पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदेश कांग्रेस कमेटी की और से दी जा रही है। परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के संबंध में पूर्व के मामलों का परीक्षण करवाया जा रहा है। इस मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है जिससे फास्ट ट्रैक ट्रायल करवाया जा सके।

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