राजस्थान

अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने दिए सुचारू विद्युत आपूर्ति के निर्देश….

सीएम ने गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर राज्य में विद्युत आपूर्ति की समीक्षा बैठक ली। बैठक में तीनों डिस्कॉम्स क्षेत्र में विद्युत की औसत मांग व उपलब्धता, खराब ट्रांसफॉर्मर्स को बदलने, कोयले की उपलब्धता सहित विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा हुई। बैठक में ऊर्जा विभाग के अधिकारियों ने विद्युत आपूर्ति के प्रयासों, आगामी महीनों में मांग व उपलब्धता सहित अग्रिम प्रबंधन के बारे में जानकारी दी।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जून-जुलाई में अच्छी बारिश से फसलों की बुवाई बढ़ी, जबकि अगस्त में कम बारिश और गर्मी से विद्युत की मांग में अत्यधिक बढ़ोतरी हुई है। साथ ही, कोयले की कम आपूर्ति से भी विद्युत मांग और आपूर्ति में अंतर आया है। इसके बावजूद राज्य सरकार निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आगामी महीनों में भी आपूर्ति में कमी नहीं आने दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति कराने, अपरिहार्य कटौती में कमी करने और उपभोक्ताओं को पूर्व सूचना के बाद ही कटौती करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं के साथ ही कृषि के लिए पर्याप्त विद्युत आपूर्ति राज्य सरकार की प्राथमिकता है।

सीएम गहलोत ने कहा कि सरकार निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए महंगी दरों पर भी विद्युत खरीद के लिए तैयार है, ताकि त्यौहारों में उपभोक्ताओं को परेशानी न हो। उन्होंने खराब ट्रांसफॉर्मर्स को समय पर बदलने, ग्रामीण क्षेत्रों में दौरे कर जनप्रतिनिधियों और उपभोक्ताओं से फीडबैक लेने के निर्देश दिए।

ऊर्जा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अक्टूबर, नवम्बर और दिसम्बर में प्रतिदिन 9887 लाख यूनिट प्रतिदिन विद्युत की मांग पर 8389 लाख यूनिट की उपलब्धता है। अतिरिक्त मांग के लिए 691 लाख यूनिट प्रतिदिन विद्युत की उपलब्धता सुनिश्चित की जा चुकी है तथा शेष मांग की उपलब्धता लघु अवधि निविदा एवं बैंकिंग के माध्यम से की जाएगी।

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