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बीजद और बीजेपी का अलायंस बनना तय, और मजबूत होगा NDA

नईदिल्ली

लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी तेजी से अपना कुनबा बढ़ा रही है. अब ओडिशा में भी बीजेपी और बीजद के बीच अलायंस को लेकर बातचीत अंतिम पड़ाव पर पहुंच गई है. अगर चुनावी फॉर्मूले पर बात बनी तो बीजेपी-बीजद 15 साल बाद एक बार फिर साथ दिखाई देंगे. जानकारों का कहना है कि BJD के जल्द ही एनडीए में शामिल होने की घोषणा की जा सकती है. बुधवार को ओडिशा बीजेपी नेताओं ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है.

सूत्र बताते हैं कि बीजू जनता दल के अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बीजेपी से हाथ मिलाने का मन बना चुके हैं. यहां लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होंगे. ऐसे में दोनों ही पार्टियों मिलकर चुनाव लड़ सकती हैं.  सूत्रों का कहना है कि बीजेपी और बीजद के बीच गठबंधन की संभावना बढ़ गई है. हालांकि, विभिन्न पहलुओं के आधार पर शीर्ष नेतृत्व को अंतिम फैसला लेना है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दोनों दलों के बीच सीट शेयरिंग किस तरह रहेगा? किसे कितनी सीटें मिलेंगी? इस पर चर्चा हो रही है. जल्द ही फॉर्मूला निकाला जाएगा.

'लोकसभा में बीजेपी, विधानसभा में बीजद ज्यादा सीटों पर लड़ेगी चुनाव'

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, ओडिशा बीजेपी अध्यक्ष मनमोहन सामल और पूर्व केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम यहां कोर कमेटी की बैठक में शामिल हुए. ये बैठक गृह मंत्री शाह और नड्डा ने ली. इस मीटिंग के बाद ओरम ने कहा, हां, अलायंस समेत अन्य मसलों पर चर्चा हुई है. पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व अंतिम फैसला करेगा. सूत्रों ने बताया कि गठबंधन की स्थिति में बीजेपी निश्चित रूप से ओडिशा की अधिकांश लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जबकि क्षेत्रीय पार्टी यानी बीजेडी ज्यादा से ज्यादा विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

'2019 में 8 सीटों पर चुनाव जीती थी बीजेपी'

ओडिशा में 21 लोकसभा सीटें और 147 विधानसभा सीटें हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजद ने 12 और बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत हासिल की थी. जबकि विधानसभा चुनाव में बीजद ने 112 और बीजेपी ने 23 सीटों पर जीत हासिल की थी. ओडिशा में एक बार फिर लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में दोनों ही दल अलायंस में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं. 2009 में दोनों दलों के बीच गठबंधन टूट गया था.

'मोदी-पटनायक ने एक-दूसरे की तारीफ की थी'

ओडिशा में बीजद औ बीजेपी पहले भी सहयोगी पार्टियां रह चुकी हैं. ऐसे में दोनों पार्टियों के बीच एक बार फिर अलायंस को लेकर चर्चा तेज हो गई है. हाल ही में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक रैली में सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे की तारीफ की थी. बीजेडी भी संसद में मोदी सरकार के एजेंडे का ज्यादातर समर्थन करती रही है. राज्यसभा चुनाव में भी बीजद ने बीजेपी उम्मीदवार और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का समर्थन किया था.

'सीएम आवास पर भी 3 घंटे तक बैठक चली'

इस बीच, बीजद नेताओं ने भुवनेश्वर में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आवास पर तीन घंटे से ज्यादा समय तक बैठक की. बीजद उपाध्यक्ष और विधायक देबी प्रसाद मिश्रा ने स्वीकार किया कि बीजेपी के साथ संभावित अलायंस के बारे में चर्चा हुई है. हालांकि उन्होंने स्पष्ट रूप से यह नहीं बताया कि अभी तक कोई निर्णय लिया गया है या नहीं. मिश्रा ने कहा, बीजू जनता दल ओडिशा के लोगों के व्यापक हितों को प्राथमिकता देगा. हां, इस मुद्दे (गठबंधन) पर चर्चा हुई है. उन्होंने कहा, नवीन पटनायक के नेतृत्व में ओडिशा ने काफी प्रगति की है. राज्य के विकास को अगले स्तर पर ले जाने की जरूरत है.

'पहले अलायंस की खबरों को बताया था निराधार'

मिश्रा और बीजद के वरिष्ठ महासचिव अरुण कुमार साहू संयुक्त बयान में कहा, बीजद अध्यक्ष और सीएम नवीन पटनायक के नेतृत्व में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर व्यापक चर्चा हुई है. इससे पहले दोनों पार्टियों ने 29 फरवरी को संभावित गठबंधन के बारे में मीडिया रिपोर्टों को खारिज कर दिया था. बीजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता सस्मित पात्रा और बीजेपी के ओडिशा चुनाव प्रभारी विजय पाल सिंह तोमर ने इन खबरों को अफवाह करार दिया था.

'अन्य राज्यों में भी सहयोगी बढ़ा रही है बीजेपी'

इधर, बीजेपी आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी अपने सहयोगी दलों की संख्या बढ़ाने में लगी है. इन राज्यों के नेता लगातार शाह और नड्डा से मिल रहे हैं. बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति भी अपने उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने में लगी है. इस सप्ताह पार्टी दूसरी बैठक करने जा रही है. बीजेपी ने अब तक 195 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.

 

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