मध्य प्रदेश

माफिया विरोधी मुहिम : राजनीतिक पारा चढ़ा, इंदौर में पहले ही दिन मुक्त करायी 1 हजार करोड़ की जमीन…

इंदौर। इंदौर में एंटी माफिया मुहिम जोर शोर से शुरू हो गयी है. पहले ही दिन यहां 1 हजार करोड़ की जमीन मुक्त करा ली. सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद अब इंदौर में भी हिस्ट्रीशीटर बदमाशों और माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. एमपी में माफिया पर शिकंजा कसने के लिए सीएम शिवराज ने पुलिस और प्रशासन को एक बार फिर फ्री हैंड दिया है. यही वजह है कि इंदौर में जिला प्रशासन ने एंटी माफिया अभियान शुरू कर दिया है. भू माफिया, खनिज, शराब, ड्रग, मिलावट माफिया के साथ ही हिस्ट्रीशीटर बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

अवैध मैरिज गार्डन और दुकानें बना रखी थीं

प्रशासन माफिया के खिलाफ रासुका के साथ जिलाबदर की कार्रवाई भी करने की तैयारी में है. उनके अवैध ठिकानों को ध्वस्त कर दिया जाएगा. इसके साथ ही अमानक खाद बीज और कीटनाशक दवाई बनाने और बेचने वालों के खिलाफ शिकंजा कसा जाएगा. प्रशासन ने यूनुस पटेल, सोहराब पटेल और सलीम खान के कब्जे से 1 हजार करोड़ की 38 एकड़ जमीन मुक्त करायी है. इन्होंने यहां पर अवैध मैरिज गार्डन और दुकानें बना रखीं थीं. ये तीनों लंबे समय से राजनीति से जुड़े रहे हैं. पहले कांग्रेस के संपर्क में रहे, बाद में सरकार बदलने पर बीजेपी से जुड़ गए.

प्रशासन की कार्रवाई पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आए

प्रशासन के एंटी माफिया अभियान पर राजनीतिक पारा चढ़ गया है. प्रशासन की कार्रवाई पर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने आ गए हैं. जिन लोगों के खिलाफ जिलाबदर की कार्रवाई की है, उनमें कांग्रेस के दो बड़े नेता भी शामिल हैं. ये हैं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमीनुल खान सूरी और राजू भदौरिया. इसलिए कांग्रेस प्रशासन पर बीजेपी के दबाव में काम करने के आरोप लगा रही है. बीजेपी का कहना है प्रशासन निष्पक्ष कार्रवाई कर रहा है. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, जिला प्रशासन किसी के खिलाफ ज्यादती करेगा तो हम उसका विरोध करेंगे. पीड़ित के साथ खड़े रहेंगे.

 

कमलनाथ सरकार ने शुरू की थी मुहिम

मध्यप्रदेश में तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने एंटी माफिया अभियान चलाया था. तब, इस पर बीजेपी ने सवाल खड़े किए थे. लेकिन, अब बीजेपी सरकार माफिया के खिलाफ अभियान चला रही तो कांग्रेस विरोध कर रही है. ऐसे में ये सवाल उठना लाजमी है कि क्या राजनीतिक दल ही इन माफियाओं को संरक्षण दे रहे हैं.

Back to top button