नई दिल्ली

मोदी सरकार के अग्निपथ के खिलाफ अलका लांबा का हंगामा, पुलिस से उलझीं, रोते हुए सड़क पर लेटीं …

नई दिल्ली। राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ और अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस के प्रदर्शन के बीच दिल्ली में प्रतिष्ठित व लोगों के बीच अपनी अलग जगह बनाने वाली जनप्रिय व लोकप्रिय नेता अलका लांबा ने संघर्ष करते हुए सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया और इस विवादित अग्निपथ को वापस लेने की मांग की। वे महिला कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर बैठकर नारेबाजी कर रहीं अलका लांबा को महिला पुलिसकर्मियों ने जबरन उठाने की कोशिश की तो वह उलझती नजर आईं। रोते हुए युवाओं का दर्द बयां किया तो उठाने की कोशिश करने पर सड़क पर लेट गईं।

दरअसल अलका लांबा नई दिल्ली में कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं के साथ बीच सड़क पर बैठकर नारेबाजी कर रही थीं। इस दौरान सड़क पर ट्रैफिक की आवाजाही बाधित होने लगी। पुलिसकर्मियों ने उन्हें हटाने की कोशिश की। महिला पुलिसकर्मियों ने जबरन वहां से कार्यकर्ताओं को उठाया। इस दौरान उनके बीच धक्का-मुक्की भी हुई।

अलका लांबा कहती हैं, ”हाथ बंधे हुए हैं, भारत माता की जय, जय जवान, जय किसान, नहीं करने दे रहे हैं, यह कौन से संविधान में लिखा है। कैसी ट्रेनिंग इन्हें दी है, जब अग्निपथ में चार साल की ट्रेनिंग देकर बाहर भेजोगे ना तो ऐसी ही गर्दन तोड़ेंगे, या तो मेरी गर्दन टूटेगी या मैं इन्हें (पुलिसकर्मी के हाथ को) पीछे करूंगी तो कहा जाएगा कि अलका लांबा ने वर्दी पर हाथ डाला।”

रोते हुए अलका ने मीडिया कर्मियों से कहा, ”जय जवान, जय किसान, भारत माता की जय, सत्यग्रह, हम यहां बैठना चाहते हैं, हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है। देश की जो हालात है उसको लेकर लेकर देश रो रहा है। मैं नहीं रो रही हूं, मेरी चोट कल ठीक हो जाएगी। लोकतंत्र में अपनी आवाज उठाने का हक है या नहीं। नहीं इत्तेफाक रखते आपकी अग्निपथ से। देश के करोड़ों युवा सड़क पर आंदोलित हैं। कोई सुनने वाला है?”

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