नई दिल्ली

स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद भाजपा में लगी इस्तीफे की झड़ी, अब तक चार विधायकों ने छोड़ी बीजेपी …

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 के पूर्व भारतीय जनता पार्टी में विधायकों के इस्तीफे की झड़ी लग गई है। भाजपा से कुछ देर पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफा दिया था, इसके बाद लगातार तीन विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा को चौंका दिया है। भाजपा से अभी तक चार विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। सियासी विशेषज्ञयों की मानें तो अभी भाजपा में और भी इस्तीफे सामने आ सकते हैं।

यूपी चुनाव से ठीक पहले स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफ के बाद तीन और विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है। कानपुर देहात और बांदा विधायक ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। शाहजहांपुर से तिलहर विधायक रोशनलाल वर्मा ने भी भाजपा छोड़कर साइकिल पर सवार हो गए हैं। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे की खबर के बाद कानपुर बिल्हौर से भाजपा विधायक भगवत सागर स्वामी प्रसाद से मिलने उनके आवास पहुंचे थे। तीनों विधायकों के समाजवादी पार्टी में जाने की चर्चा चल रही है।

भाजपा छोड़ने के बाद रोशन लाल वर्मा ने कहा, स्वामी प्रसाद मौर्य जहां जाएंगे उनके साथ रहूंगा। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, भाजपा सरकार में हमारी उपेक्षा हुई है। उन्होंने कहा, यूपी में भाजपा की सरकार नहीं अधिकारियों की सरकार थी। लोक भवन में दो-दो घंटे बैठाया जाता था। रोशनलाल वर्मा ने मंत्री सुरेश खन्ना पर भी उपेक्षा का आरोप लगाया।

योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर यह जानकारी दी। मौर्य ने उपराज्यपाल को लिखे अपने पत्र में कहा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन एवं समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों और विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है लेकिन दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण यूपी के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं। वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे।

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