मध्य प्रदेश

ग्वालियर-चंबल में दो खेमों में बंटी भाजपा: एक सिंधिया समर्थकों का गुट है तो दूसरा मूल भाजपाइयों का

सिंधिया समर्थकों को देख यशोधरा ने पूछा- पुरानी भाजपा से कोई नहीं आया?, यशोधरा के इस सवाल ने हकीकत की उजागर

ग्वालियर। सिंधिया के भाजपा में आने के बाद ग्वालियर-चंबल अंचल में भाजपा दो भागों में बंटी नजर आ रही है। एक सिंधिया समर्थक भाजपा है, तो दूसरा गुट मूल भाजपाइयों का है। यह बानगी कल शनिवार को जब खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ग्वालियर पहुंची,  उस समय भी एयरपोर्ट पर नजर आई। एयरपोर्ट के नजारे ने पार्टी की खींचतान को बाहर ला दिया। दरअसल, एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए पहुंचने वाले कार्यकर्ता सिंधिया समर्थक थे, जिन्हें देखकर यशोधरा राजे ने पूछ लिया कि पुरानी भाजपा से कोई नहीं आया। इस पर सिंधिया समर्थकों का कहना था, अब तो हम भी आपके ही हो गए हैं। उस वक्त तो सभी ने हंसकर इस बात को टाल दिया, लेकिन यशोधरा राजे के इस प्रश्न ने कहीं न कहीं हकीकत बयां कर दी।

ज्ञात हो, ग्वालियर में मार्च 2020 में हजारों सिंधिया समर्थकों के भाजपा में शामिल होने के बाद से ही भाजपा दो खेमों में बंट गई है। एक मूल भाजपाइयों का गुट और दूसरा सिंधिया समर्थक भाजपाई। दोनों खेमों में तालमेल नहीं बैठ पा रहा है। वहीं, टिकट वितरण से लेकर निगम-मंडलों में पद देने में भी सिंधिया समर्थकों को प्राथमिकता देने से दोनों खेमों में खाई बढ़ती चली गई। यह खाई निचले स्तर पर ही नहीं, बल्कि ऊंचे पदों पर बैठे नेताओं के बीच भी दिखाई देती है। इसका प्रमाण शनिवार को यशोधरा राजे के ग्वालियर पहुंचने पर एयरपोर्ट पर हुई घटना में फिर सामने आ गया। दरअसल, प्रदेश की खेल मंत्री व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे शनिवार को जब एयरपोर्ट पर पहुंचीं, तो उनका स्वागत करने पहुंचे लोगों में न तो भाजपा के जिलाध्यक्ष अभय चौधरी थे, न ही पूर्व अध्यक्ष कमल माखीजानी और अन्य नेता थे। वहीं, यशोधरा के मुंह से पुरानी भाजपा का शब्द सुनकर स्वागत करने पहुंचे सिंधिया समर्थक हक्के-बक्के रह गए।

हर मौके को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे सिंधिया समर्थक

यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा पूछे गए सवाल के बाद अंचल में एक बार फिर सिंधिया समर्थकों और मूल भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच की खाई नजर आने लगी है। वैसे भाजपा में आने के बाद सिंधिया समर्थक भाजपाई पार्टी के हर कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते आ रहे हैं। वे हर मौके को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। दूसरी ओर हर जगह सिंधिया समर्थकों के जमावड़े और उनकी सक्रियता देख मूल भाजपा के कार्यकर्ता अपने आपको को किनारे कर लेते हैं। इस तरह दोनों गुटों में तालमेल नहीं बन पा रहा है और पुराने लोग अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं।

अंगुली दिखाकर यशोधरा बोलीं- मुझे बुआजी मत कहो

एयरपोर्ट पर स्वागत करने के दौरान सिंधिया समर्थक भाजपा कार्यकर्ता मधुलिका ने जब प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे को बुआजी कहकर प्रणाम किया, तो उन्होंने अंगुली दिखाकर समझाइश दी कि मैं बुआजी नहीं, यशोधरा राजे सिंधिया हूं। मुझे बुआजी मत कहिए। यशोधरा की इस बात से एक बार फिर एयरपोर्ट पर मौजूद कार्यकर्ताओं में सन्नाटा खिंच गया और सभी हक्के-बक्के रह गए।

एयरपोर्ट पर हुए बाकये को लेकर कांग्रेस ने कसा तंज

इस मामले पर कांग्रेस ने भी चुटकी ली है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि सिंधिया परिवार चाहें वो ज्योतिरादित्य सिंधिया हों या यशोधरा राजे सिंधिया, इनसे मूल भाजपा का कार्यकर्ता नाराज है और दूर होता जा रहा है। आरपी सिंह ने कहा कि ज्योतिरादित्य के भाजपा में आने के बाद उनकी बुआ यशोधरा राजे सिंधिया को भी लगने लगा है कि कहीं न कहीं उनकी जगह को भी खतरा है। सिंधिया के कारण भाजपा का मूल कार्यकर्ता उनसे खिसक रहा है। यही कारण है कि उनके स्वागत में एक भी मूल भाजपाई नहीं पहुंचा था। सिंधिया समर्थक हर मौके को भुना रहे हैं और मूल भाजपा कार्यकर्ताओं को पीछे धकेलते जा रहे हैं।

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