पेण्ड्रा-मरवाही

यूपी जा रहे मजदूर पहुंचे मरवाही, बगरार के राजेश सुमन, सिद्धार्थ तिवारी, श्यामदास रैदास व बक्कुल रजक ने दी व्यवस्था

मरवाही (अनुपम शुक्ला)। बिलासपुर से अपने घर उत्तरप्रदेश के गोरखपुर जाने निकले 11 मजदूर मरवाही अंतर्गत ग्राम गनया पहुंचे। पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि वे 29 मार्च को अपने घर गोरखपुर जाने के लिए पैदल चल रहे हैं। वहां उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों, ग्रामीणों व सचिवों द्वारा समझाइश दी गई व लाकडाउन तक मरवाही में रूकने को कहा, किन्तु वे अपनी बातों पर अड़े रहे और अपनी आगे की यात्रा जारी रखा। बगरार के सिद्धार्थ तिवारी, राजेश सुमन, श्यामदास रैदास व बक्कुल रजक के द्वारा उन्हें मास्क तथा भोजन की व्यवस्था की गई।

बता दें कि देश भर में लाकडाउन के कारण उद्योग धंधे बंद हो गए हैं। दुकानें नहीं खुल रहीं हैं। सड़क, रेल व हावाई यातायात पूरी तरह से ठप है। इससे आवागमन तो रूका ही है साथ ही साथ लोगों के रोजी रोजगार भी चौपट हो गए हैं। जो लोग अपने घरों से दूर दूसरे राज्यों में खाने-कमाने आए थे उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ हो गया है। पास रखे पैसे लगातार खत्म हो ही रहे हैं तो वहीं उनका रोजगार भी पूरी तरह से समाप्त हो गया है। अब वे यहां रहे भी तो क्यों रहें। वे अपनी जन्मभूमि की ओर चल पड़े हैं। डगर-डगर लोगों से रास्ता पूछते। अभी और कितनी दूर चलना है नहीं मालूम, मगर कदम चल पड़े हैं अपनी जन्मभूमि की ओर।

बिलासपुर खाने कमाने आए 11 मजदूर 29 मार्च को वहां से पैदल निकले है और तकरीबन तीन दिन के लंबे सफर के बाद वे यहां मरवाही पहुंचे। ग्रामीणों ने उनसे लॉक डाउन ख़त्म होने तक शासन द्वारा व्यवस्था की गई जगह पर रुकने का अनुरोध किया गया। पर वे नहीं माने और बरौर बॉर्डर की ओर बढ़ते गए जहां से सम्भवतः वे मध्यप्रदेश की सीमा में पहुंच गए होंगे। ग्राम बगरार के स्वास्थ कार्यकर्ता सिद्धार्थ तिवारी व सचिव राजेश सुमन (बगरार व मरवाही सचिव) बगरार के स्थानीय निवासी श्यामदास रैदास व बक्कुल रजक के द्वारा मास्क तथा भोजन की व्यवस्था की गई।

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