नई दिल्ली

जिन स्कूलों की मान्यता रद्द करने का आदेश, उत्तर प्रदेश सरकार में उन्हें ही बना दिया परीक्षा केन्द्र …

नई दिल्ली (पंकज यादव) । राजधानी लखनऊ के जिन स्कूलों की मान्यता रद्द होनी थी उन्हें भी बोर्ड परीक्षा केंद्र बना दिया गया है। स्कूलों की मान्यता मानक पूरे न होने की वजह से खत्म की जा रही है। जब मानक ही पूरे नहीं है तो इन स्कूलों को परीक्षा केंद्र किस आधार पर बनाया गया। इसको लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं अभिभावक इसे योगी सरकार के ढुल-मुल रवैये से जोड़कर देख रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि कोरोना काल में वैसे भी परीक्षाओं को लेकर अनिश्चितता की स्थिति निर्मित है ऐसे में सरकार की लापरवाही का खामियाजा उनके बच्चों को उठाना होगा।

लखनऊ के 299 इंटर कॉलेजों की मान्यता खत्म करने की अंतिम नोटिस जारी की गई है। यह नोटिस संयुक्त शिक्षा निदेशक की ओर से जारी की गई है। नोटिस में कहा गया है कि इन स्कूलों में मानक पूरे नहीं हैं। नोटिस को अंतिम बताया गया है। नोटिस संयुक्त शिक्षा निदेशक सुरेन्द्र तिवारी की तरफ से जारी की गई। उधर दूसरी तरफ इन स्कूलों को परीक्षा केंद्र भी बना दिया गया है। ऐसे कई स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है जिन की मान्यता खत्म करने की नोटिस जारी हुई है। गोमती नगर के टीडी गर्ल्स इंटर कॉलेज को भी मान्यता रद्द करने की नोटिस दी गई है। लेकिन इसको भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इसी तरह एसपी सिंह इंटर कॉलेज सैदपुर माल की भी मान्यता खत्म करने की नोटिस जारी हुई। इसे भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है। एसएसजेडी इंटर कॉलेज केशव नगर सीतापुर रोड को भी मान्यता खत्म करने की नोटिस दी गई है लेकिन यह भी परीक्षा केंद्र बना है। इसी तरह कई और विद्यालय ऐसे हैं जो विभाग के मानक पर खरे नहीं है। लेकिन उन्हें परीक्षा केंद्र बनाया गया है।

एक तरफ मान्यता खत्म करने की नोटिस दे रहे हैं। अधिकारी कह रहे हैं कि स्कूल चलने लायक नहीं है और दूसरी तरफ विभाग के अधिकारी इन स्कूलों को बोर्ड परीक्षा केंद्र भी बना रहे हैं। यह बात स्कूल के प्रबंधक तक को समझ में नहीं आ रही है। टीडी गर्ल्स इंटर कॉलेज गोमती नगर के प्रबंधक महादेव यादव कहते हैं कि जब मानक पर विद्यालय खरा नहीं है तो बोर्ड परीक्षा केंद्र कैसे बना दिया गया। वह कहते हैं कि उन्हें हाई स्कूल की मान्यता 1996 में मिली थी। इंटर की वर्ष 2000 में। इतना लंबा समय बीतने के बाद अब क्यों मानकों की याद आई है। उन्होंने कहा कि उनके कॉलेज में वीडियो कैमरा भी खराब था। परीक्षा केंद्र बनाने से मना भी किया था। इसके बावजूद बना दिया गया। एसएसजेडी इंटर कॉलेज के प्रबंधक जेपी मिश्रा भी कुछ इसी तरह का सवाल उठाते हैं। स्कूल पहले ही मान्यता की शर्त पूरी कर चुके हैं। इसके बावजूद परेशान किया जा रहा है।

जिन 299 स्कूलों को मान्यता खत्म करने की नोटिस दी गई है उनमें से कुछ में कमरे छोटे बताए गए हैं तो कुछ में प्रयोगशाला न होने की बात कही गयी है। जबकि कुछ में मानक के अनुसार प्ले ग्राउण्ड न होने की बात कही गयी है। हालांकि नोटिस में सभी को एक ही तरह की बात लिखी गयी है।

उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा, ‘किसी स्कूल का उत्पीड़न नहीं होगा। स्कूलों को नोटिस जारी होने के मामले में हमने ज्वाइंट डायरेक्टर सुरेंद्र तिवारी को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। उनको फोन करके हमने कड़ाई के साथ कहा है कि स्कूल संचालकों की पूरी बात सुनें। किसी के साथ भी अन्याय बिल्कुल भी नहीं होने दिया जाएगा। बोर्ड परीक्षा केंद्र काफी पारदर्शी तरीके से बनाए गए हैं। मामले में हमें कोई शिकायत नहीं मिली है। मिलेगी तो जांच व कार्रवाई होगी।’

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