नई दिल्ली

जंतर मंतर पर पहलवानों को समर्थन देने आए हजारों किसानों को रोकने में नाकाम प्रशासन, सारी व्यवस्था हुई फेल, सरकार की बढ़ी परेशानी…

नई दिल्ली. दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने का आज 16वां दिन है. सोमवार को पंजाब के हजारों किसानों का एक जत्था जंतर-मंतर पहुंचा. किसानों ने वहां पहुंचने के बाद भाजपा सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की और पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ धरना स्थल तक पहुंच गए.

बता दें कि यौन उत्पीड़न के आरोपों में फंसे बीजेपी समर्थित सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह कि खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन दिल्ली के जंतर मंतर पर जारी है. इसे समर्थन के लिए पंजाब से बड़ी संख्या में किसान आज जंतर मंतर पहुंचे और जमकर उत्पात मचाया. दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारी किसानों ने पीएम मोदी के विरोध में नारे लगाए. किसानों ने कहा कि ‘मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी’.

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान पहलावानों का समर्थन करने जंतर-मंतर पर पहुंचे थे. वहीं, टिकैत ने अपने संबोधन में भी स्पष्ट कर दिया था कि हम सरकार को बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए 15 दिन का समय देते हैं और अगर इन 15 दिनों के अंदर बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो आंदोलन की अगली रूपरेखा तैयार की जाएगी.

वहीं, यौन शोषण के आरोपों में घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने कह दिया है कि अगर उनके ऊपर लगाए गए आरोपों में तनिक भी सत्यता पाई गई, तो वो आत्महत्या कर लेंगे. उधर, बृजभूषण का कहना है कि राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर इस तरह के आंदोलन किए जा रहे हैं. आंदोलन को राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त है.

दिल्ली पुलिस ने अपील की है कि असत्य और भ्रामक खबरों से बचे! जंतर मंतर पर प्रदर्शनकारियों को आवश्यक सहूलियतें दी जा रही है. धरना स्थल पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवाजाही DFMD से चेकिंग होने के बाद की जा रही है. कृपया शांति बनाए रखें और कानून का सम्मान करें .

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