लेखक की कलम से
पर्यावरण ….
पेड़ -पौधे ख़ूब लगाना है
शुद्ध और स्वच्छ हवा पाना है
वसुंधरा को खूब सजाना है
यही हम सबका खजाना है
रोगो को दूर भगाना है
एक- एक वृक्ष सबको लगाना है
सबको है सन्देस पहुँँचाना है
विश्व पर्यावरण दिवस माना है
पर्यावरण पर गीत गाना है।।।
©अर्पणा दुबे, अनूपपुर