नई दिल्ली

संसद में भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी का सड़क छाप बयान, सपा MP को कहा- ‘ये मुल्ला आतंकवादी है… इसकी बात नोट करते रहना, अभी बाहर देखूंगा इस मुल्ले को’ …

दिल्ली. बीते बीस एक सालों से भारत में राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि, संसद में भाजपा सांसद अपनी मर्यादा को लांघने में जरा भी नहीं झिझकते. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जहां बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने संसद की गरिमा और सीमाओं को लांघते हुए सपा सांसद के लिए सड़क छाप शब्दों का प्रयोग करते सुने गए. हद तो तब पार हो गई जब ये बात सुनकर पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने मुस्कारते दिखे. हालांकि, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने रमेश विधूड़ी के मामले को बड़ी गंभीरता से लेते हुए नाराजगी जताई. साथ ही रमेश बिधूडी को कड़ी चेतावनी भी दी है कि भाषा की मर्यादा का ध्यान रखें.

‘ओए …, ओए उग्रवादी, ऐ उग्रवादी बीच में मत बोलना, ये आतंकवादी-उग्रवादी है, ये मुल्ला आतंकवादी है… इसकी बात नोट करते रहना अभी बाहर देखूंगा इस मुल्ले को.’ ये शब्द किसी और के नहीं बल्कि भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के हैं. लोकतंत्र की दुहाई देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बात को जरूर सुनना चाहिए कि संसद में उनके भाजपा सांसद किस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं. गौर करने वाली बात तो ये भी है कि, क्या भाजपा आलाकमान इस भाषा के लेकर सांसद बिधूड़ी पर कोई सख्त रुख अपनाएगी या फिर इसे इग्नोर करेंगे.

रमेश बिधूड़ी के बयान को लेकर कांग्रेस और टीएमसी ने नरेंद्र मोदी सरकार को घेरा है. कांग्रेस ने ट्वीट किया, PM नरेंद्र मोदी, क्या आपने अपने सांसद रमेश बिधूड़ी का ये बयान सुना? वो एक दूसरे सांसद को उनके धर्म के आधार पर ऐसी गालियां दे रहे हैं, जो यहां लिखी नहीं जा सकतीं. पूरा विश्वास है आपने सुना ही होगा, और अब आप इनका प्रमोशन जरूर करेंगे. वहीं, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने रमेश बिधूड़ी को पार्टी से निकालने की मांग की है.

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्विटर पर लिखा, मुसलमानों, ओबीसी को गाली देना भाजपा की संस्कृति का अभिन्न अंग है. ज्यादातर को इसमें गलत नहीं दिखता. उन्होंने पीएम मोदी को टैग करते हुए लिखा, इसने भारतीय मुसलमानों को अपनी ही धरती पर डर की ऐसी स्थिति में जीने पर मजबूर कर दिया है कि वे मुस्कुराकर सब कुछ सह लेते हैं.

आप सांसद संजय सिंह ने भी रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई की मांग की है. राजद सांसद मनोज झा ने कहा, मैं बिधूड़ी जी को इसके लिए दोषी नहीं मानता हूं क्योंकि इस तरीके की जुबान को शह कौन दे रहा है . मैं दुखी जरूर हूं लेकिन इस बात को लेकर के आश्चर्य नहीं हो रहा है . इस प्रकरण को ऐसे समझ सकते हैं कि एक सांसद अपने दूसरे सांसद को किस तरीके के शब्द का इस्तेमाल कर रहा है?

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