लखनऊ/उत्तरप्रदेश

भाजपा सरकार ने जारी की यूपी की टॉप माफियाओं की सूची, ये 61 आरोपी कभी भी आ सकते हैं राडार पर …

लखनऊ. यूपी की योगी सरकार ने टॉप माफियाओं की सूची जारी की है. इस लिस्ट में 61 माफियायों के नाम शामिल हैं. स्पेशल डीजी ला एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक, यूपी पुलिस ने शराब माफिया, पशु तस्कर, वन माफिया, खनन माफिया, शिक्षा माफिया आदि को चिन्हित कर इस बार 50 शासन द्वारा और 11 पुलिस मुख्यालय स्तर पर माफियायों की सूची बनाई है. जिनके गैंग को खत्म करने से लेकर उनकी 500 करोड़ की संपत्ति जब्त करने का लक्ष्य रखा है. भाजपा सरकार इन माफियाओं को कभी भी राडार पर ले सकती है।

प्रशांत कुमार के मुताबिक, भविष्य में इस सूची में नाम और बढ़ाए जा सकते हैं. अभियान के दौरान इन माफियाओं के गैंग्स को खत्म किया जाएगा. जिन माफियाओं को टॉप-61 सूची में स्थान मिला है, उनमें पश्चिम यूपी से गैंगस्टर उधम सिंह का नाम सबसे ऊपर है. उस पर कई जिलों में लूट-डकैती, हत्या, रंगदारी मांगने के दर्जनों केस दर्ज हैं. वह इन दिनों उन्नाव जेल में बंद है.

मेरठ का नामचीन गैंगस्टर और माफिया योगेश भदौड़ा भी सीएम योगी के निशाने पर है. मेरठ के भदौड़ा गांव के रहने वाले योगेश पर संगीन अपराधों के 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं. वह सिदार्थनगर जेल में बंद है लेकिन उसका गैंग अब भी बाहर से काम कर रहा है.

खूंखार माना जाने वाला बदन सिंह बद्दो भी यूपी सरकार के टारगेट पर आ गया है. इस नामी अपराधी पर कई राज्यों में हत्या, लूट, डकैती, फिरौती के लिए हत्या के 40 केस दर्ज हैं. वह वर्ष 2019 से फरार है और फिलहाल ढाई लाख का इनामी है. अब योगी सरकार की कोशिश इस माफिया की दहशत हमेशा के लिए खत्म करने की है.

बागपत जिले का रहने वाला कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र किरठल को भी टॉप-61 माफियाओं की सूची में स्थान दिया गया है. उसे यूपी एसटीएफ ने वर्ष 2021 में देहरादून से अरेस्ट किया था लेकिन उसकी गिरफ्तारी का गिरोह पर कोई असर नहीं पड़ा और वह लगातार वारदातें करता रहा है. अब उसे नेस्तनाबूत करने की तैयारी है.

बागपत जेल में बंद रहने के दौरान पूर्वी यूपी के कुख्यात बदमाश मुन्ना बजरंगी की तमंचे से हत्या करने वाले कुख्यात बदमाश सुनील राठी को भी टारगेट लिस्ट में शामिल किया गया है. पश्चिम यूपी में खूंखार बदमाश के रूप में चर्चित सुनील राठी हर सरकार में अपना आपराधिक साम्राज्य बढ़ाने में कामयाब रहा है लेकिन अबकी बार सरकार उसकी इस अपराध कथा को हमेशा के लिए खत्म देना चाहती है.

इस लिस्ट में प्रतापगढ़ के शराब माफिया सुधाकर सिंह, कुंडा के गुड्डू सिंह, बहराइच से देवेंद्र सिंह उर्फ गब्बर सिंह, वाराणसी के अभिषेक सिंह हनी उर्फ जहर, प्रयागराज के निहाल कुमार उर्फ बच्चा पासी, गोरखपुर के राजन तिवारी, विनोद उपाध्याय और सुधीर कुमार सिंह, बलरामपुर के पूर्व सांसद रिजवान जहीर, प्रयागराज के दिलीप मिश्रा, फर्रुखाबाद के अनुपम दुबे के नाम भी शामिल हैं.

सहारनपुर के खनन माफिया हाजी इकबाल, लखनऊ का बच्चू यादव, लल्लू यादव, मुख्तार अंसारी का करीबी जुगनू वालिया, मुख्तार अंसारी, बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह, खान मुबारक, सलीम, बब्लू श्रीवास्तव, सुभाष ठाकुर, संजीव माहेश्वरी, जीवा, एहसान गाजी, फिरदौस, आसिफ इकबाल, सुंदर भाटी, सिंहराज भाटी, अनिल दुजाना, जावेद इकबाल, राजेश तोमर समेत कई माफियाओं के नाम जोड़े गए हैं.

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