मध्य प्रदेश

उज्जैन रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक बनेगा रोपवे, 5 मिनट में तय होगी 2 किलोमीटर की दूरी ….

भोपाल। तीर्थ नगरी उज्जैन में भव्य महाकाल लोक के बाद अब रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक दो किलोमीटर लंबाई का रोप-वे बनने जा रहा है। कुल 209 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले रोप-वे का टेंडर मंजूर हो गया है। इसके निर्माण से रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक की दूरी 5 मिनट में तय होगी। यह जानकारी प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दी।

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी ट्वीट करके यह जानकारी दी। इस रोप-वे का निर्माण कार्य जुलाई 2023 से शुरू होगा। रोप-वे स्टेशन में लोगों के लिए फूड जोन, प्रतीक्षालय, शौचालय के साथ बस और कार पार्किंग की सुविधा भी मिलेगी। नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने केंद्रीय मंत्री गडकरी का धन्यवाद करते हुए कहा कि “महाकाल लोक” के नए आकर्षण से बढ़ने वाले धार्मिक पर्यटन की आवश्यकता के अनुरूप रोप-वे निर्माण का निर्णय लिया जाना केंद्र की भाजपा सरकार का दूरदर्शिता पूर्ण निर्णय है।

मध्य प्रदेश के उज्जैन में प्रसिद्ध महाकाल कॉरिडोर बनकर तैयार हो चुका है. महाकाल मंदिर कॉरिडोर के प्रथम चरण यानी महाकाल लोक के पहले फेज का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया है. अब उज्जैन में रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक दो किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए रोपवे बनेगा. इस रोपवे के निर्माण के लिए 209 करोड़ रुपये सरकार ने मंजूर कर दिए हैं. नितिन गडकरी ने ट्वीट कर कहा है कि रोपवे का निर्माण जुलाई 2023 से शुरू हो जाएगा. रोपवे स्टेशन में लोगों के लिए फूड जोन, वेटिंग एरिया, शौचालय के साथ-साथ बस और कार पार्किंग की भी सुविधा होगी. गौरतलब है कि उज्जैन में स्थित महाकाल परिसर का विस्तार 20 हेक्टेयर में किया जा रहा है. ये उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से चार गुना बड़ा है, जो 5 हेक्टेयर में फैला है.

उल्लेखनीय है कि महाकाल लोक में आने वाले लोगों को यहां कला, तकनीक और अध्यात्म का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलेगा. महाकाल लोक में भगवान शिव और उनके पूरे परिवार की प्रतिमा स्थापित की गई है. यहां भगवान शिव की लीलाओं से जुड़ी छोटी-बड़ी करीब 200 मूर्तियां लगाई गई हैं. 900 मीटर से अधिक लंबा कॉरिडोर (‘महाकाल लोक’) भारत में सबसे बड़े कॉरिडोर में से एक है, जो पुरानी रुद्रसागर झील के चारों ओर है. इसे 12 ‘ज्योतिर्लिंगों’ में से एक प्राचीन महाकालेश्वर मंदिर के आसपास पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में भी पुनर्जीवित किया गया है. राजसी द्वार, नंदी द्वार और पिनाकी द्वार, गलियारे के शुरुआती बिंदु के पास बनाए गए हैं, जो प्राचीन मंदिर का प्रवेश द्वार और रास्ते में अद्भुत सौंदर्य के दृश्य प्रस्तुत करता है.

सांसद अनिल फिरोजिया ने बताया कि उज्जैन-आगर-झालावाड़ के निर्माणाधीन टू-लेन में उज्जैन से घौंसला के बाद अब घौंसला से आगर तक भी पूरा मार्ग फोरलेन बनाने की स्वीकृत गडकरी ने दे दी है। साथ ही जावरा-नागदा-उन्हेल से उज्जैन-फतेहाबाद होते हुए पीथमपुर तक फोरलेन बनाने के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए अधिकारियों को कहा है।

पिछले 24 फरवरी के दौरे के समय गडकरी ने सांसद फिरोजिया से कहा था कि वजन घटाओ। जितना वजन कम होगा, उतनी राशि दी जाएगी। तब सांसद का वजन करीब 115 किलो था। इसके बाद उन्होंने 32 किलो वजन कम कर लिया। गडकरी को दिल्ली में उन्होंने यह बात बताई। सांसद का दावा है कि इसी के बाद उन्होंने सड़कें भी मंजूर कर दीं।

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