मध्य प्रदेश

कमल नाथ को कांग्रेस ने बताया ‘अवश्यंभावी मुख्यमंत्री’

सीएम शिवराज बोले- कांग्रेस का कोई धनी-धोरी देश, प्रदेश में नहीं। जनता कह रही, नहीं आनी है कांग्रेस की सरकार

भोपाल। प्रदेश विधानसभा चुनाव को अभी 8 माह शेष हैं, लेकिन सियासी पारा अभी से गर्म हो चला है। कांग्रेस में कमल नाथ को भावी मुख्यमंत्री बताए जाने पर अंदरूनी गुटबाजी उभरने के बीच अब उन्हें अवश्यंभावी मुख्यमंत्री बताया जा रहा है। इस पर सीएम शिवराज सिंह ने चुटकी ली है। गुरुवार सुबह उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि ‘कोई कह रहा है ‘भावी’, कोई कह रहा है ‘अवश्यंभावी’… दिल बहलाने को गालिब यह ख्याल अच्छा है। लेकिन, हकीकत यह है कि कांग्रेस का कोई धनी-धोरी प्रदेश क्या, देश में ही नहीं है। उन्हीं के नेता यह कह रहे हैं कि अभी मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं है। जनता भी कह रही है कि कांग्रेस की सरकार नहीं आनी है।’
शिवराज ने कमल नाथ से फिर पूछा नया सवाल- वादा पूरा क्यों नहीं किया
अपनी नियमित प्रेस ब्रीफिंग में गुरुवार को सीएम शिवराज सिंह ने कमल नाथ से उनके 15 माह के मुख्यमंत्रित्व काल को लेकर एक नया सवाल भी दागा। उन्होंने कहा कि कमल नाथ जी ने सवा साल कमीशन की सरकार चलाई। उनकी सरकार झूठ की बुनियाद पर खड़ी थी, अब फिर आसमान के तारे तोड़कर लाने की बात कर रहे हैं। अपने वचन पत्र में उन्होंने कहा था कि किसानों को मिट्टी व बीज परीक्षण की नि:शुल्क सुविधा देंगे। सिंचाई साधनों की अनुदान राशि बढ़ाई जाएगी। इसे क्यों पूरा नहीं किया?’
कमल नाथ का जवाब- शिवराज जी, आपकी निकास यात्रा पर जनता मांग रही
पिछले कुछ दिनों से चल रहे सवाल-पर-सवाल के सिलसिले के अनुरूप गुरुवार को भी कमल नाथ ने शिवराज के सवाल का जवाब ट्वीट पर एक सवाल से दिया। कमल नाथ ने ट्वीट किया कि ‘आपहि बांट, आप तराजू, आपहि बैठा तौलता। शिवराज जी, आप खुद ही घोषणा करते हैं, खुद ही अपनी पीठ थपथपा लेते हैं और खुद ही उस घोषणा को कूड़े में फेंक देते हैं। आपकी निकास यात्रा में जनता इन घोषणाओं का हिसाब मांग रही है। कहीं काले झंडे दिखाए जा रहे हैं, कहीं किसान कपड़े उतारकर प्रदर्शन कर रहे हैं, कहीं पंचायत भवनों के ऊपर ताला डाल दिया जा रहा है, तो कहीं फर्जी विकास का रथ भ्रष्टाचार वाली सड़कों के अंदर धंस जा रहा है। फिर भी आप जनता के किसी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। आपसे मेरा सवाल है, आपने घोषणा की थी कि 100 करोड़ रुपए के ‘मध्य प्रदेश कृषि स्टार्टअप कोष’ की स्थापना की जाएगी एवं कृषि उद्यमियों को इस कोष का इस्तेमाल कर कृषि क्षेत्र में आधुनिक उद्यम लगाने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। जनता को बताइए कहां है यह कोष और कहां है वह आमंत्रण? जवाब दो शिवराज जी।

भावी मुख्यमंत्री पर कांग्रेस में ही संग्राम

इधर, मध्यप्रदेश कांग्रेस के भीतर ही मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर संग्राम छिड़ा हुआ है। जब कांग्रेस पार्टी ने ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री बताया था तो पार्टी के भीतर ही वरिष्ठ नेता सवाल उठाने लगे। कांग्रेस के दिग्गज नेता अरुण यादव और अजय सिंह ने सवाल ही उठा दिए थे। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा था कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की परंपरा ही नहीं है। चुनाव के बाद विधायक दल की बैठक में सीएम पद का फैसला होता है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने भी इस मुद्दे पर सवाल उठाया था। पिछले दिनों जब भावी मुख्यमंत्री का नारा दिया गया था तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा था। चौहान ने कहा था कि अभियान तो चलाया था हाथ से हाथ जोड़ो अभियान, लेकिन अब अभियान चल रहा है, कमलनाथ से पीछा छुड़ाओ अभियान।

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा बोले- कमलनाथ ही कांग्रेस के सीएम चेहरा होंगे

कमलनाथ सरकार के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि मध्यप्रदेश में सभी कांग्रेस नेता एक साथ हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ जी है। 2018 के पहले भी वे अध्यक्ष थे और मुख्यमंत्री बने। अभी भी अध्यक्ष हैं, उनके नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा। उनके नेतृत्व में ही कांग्रेस की सरकार बनेगी। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ही मुख्यमंत्री का चेहरा हैं।
पीसी शर्मा ने भाजपा की शिवराज सरकार पर भी तंज कसते हुए कहा कि जिनके घर शीशे के होते है, वे दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं मारा करते। आपके यहां जितने मंत्री, नेता और केंद्रीय मंत्री सभी लगे हैं। आपके मुख्यमंत्री की टांग पकड़कर खींच रहे हैं। उनको बाहर करना चाहते हैं। इसलिए पहले अपने घर को देखिएं।

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