मध्य प्रदेश

आखिर, नहीं माने दीपक जोशी : थामेंगे कांग्रेस का दामन, 7 मई को भाजपा के पांच बड़े नेता ले सकते हैं कांग्रेस की सदस्यता

सत्तन गुरु ने टाली सीएम के साथ मुलाकात, दिग्विजय ने की फोन पर लंबी बात

भोपाल। मप्र भाजपा में मची उठा पटक के बीच पार्टी के कई वरिष्ठ नेता कमल का दल छोडक़र जल्द ही हाथ का ‘पंजा’ थाम सकते हैं। एक तरफ जहां भाजपा संगठन और सत्ता के बडे नेताओं से लेकर स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक बागी तेवर दिखाने वाले नेताओं को मनाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं, तो दूसरी ओर कांग्रेस खेमे के बडे नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह भी भाजपा के असंतुष्ट नेताओं के संपर्क में बने हुए हैं। इसी बीच भाजपा की ओर से तमाम मान मनोव्वल की कोशिशों के बावजूद दीपक जोशी ने तय कर दिया है, कि वे भाजपा छोडकर कांग्रेस की सदस्यता लेंगे। इसके लिए 7 मई की तारीख बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार इस दिन भाजपा के पांच बडे नेता एक साथ कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं।

इसी बीच अपनी बेबाकी के लिए चर्चाओं में बने रहने वाले इंदौर के वरिष्ठ भाजपा नेता व राष्ट्र कवि सत्यनारायण सत्तन गुरु ने अपने तीखे तेवर से सियासी पारा बढा दिया है। सत्तन गुरुजी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चर्चा के लिए सीएम हाउस बुलाया था, लेकिन गुरु ने गुरुवार को सीएम से मुलाकात का कार्यक्रम टाल दिया है। लेकिन इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी सत्तन गुरु से फोन पर लंबी बात कर राजनीतिक सरगर्मी को बढ़ा दिया है। चर्चा क्या हुई यह तो बाहर नहीं आया, लेकिन भाजपा के असंतुष्ट नेताओं के बीच नए बनते जरूर दिख रहे हैं। सत्तन गुरु इंदौर के ही वरिष्ठ नेता और उनके मित्र भंवर सिंह शेखावत के समर्थन में लामबंद बताए जा रहे हैं। सत्तन गुरु के अनुसार उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बता दिया है कि पारिवारिक कारणों के चलते अभी नहीं आ सकेंगे।

इसी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच दिग्विजय सिंह की सत्तन गुरु के साथ फोन पर लंबी चर्चा के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। सत्तन गुरु ने दिग्विजय सिंह के साथ चर्चा के बाद उनसे पुराने संबंधों का हवाला देते हुए, उनकी जमकर तारीफ भी कर दी है। इतना ही नहीं सत्तन गुरु ने इशारों ही इशारों में ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके साथ कांग्रेस छोडक़र भाजपा में आए नेताओं पर भी निशाना साधा है। गुरु ने कहा कि हमें पार्टी में किसी के शामिल होने से कोई दिक्कत नहीं है, सभी का स्वागत है, लेकिन संगठन को ओरिजनल और सबसीट्यूट के बीच अंतर करना पड़ेगा। अगर कोई पदाभिलाषी कमिटमेंट के साथ आता है, तो वह भाजपा के सकारात्मक कार्यकर्ताओं का हक मारता है, मेरी बस यही लड़ाई है।

सत्तन बोले- भाजपा को वरिष्ठ नेताओं की हाय खा जाएगी

वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन ने अपनी ही पार्टी पर नाराजगी दिखाई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के आगे चलकर बुरा हाल होने वाला है। अभी 2 लोगों की बात कर रहे हैं। इसमें असंख्य जीरो लगेंगे। भाजपा को वरिष्ठ नेताओं की हाय खा जाएगी। पार्टी में अनुभवी लोगों को दरकिनार कर दिया गया है और एबीवीपी से आए हुए लोग पार्टी को चला रहे हैं। पार्टी में हर स्तर पर उम्रदराज लोगों की उपेक्षा की जा रही है और पार्टी की यह सोच पार्टी के लिए हानिकारक साबित हो रही है।

ये नेता छोड़ सकते हैं भाजपा का दामन

राजनीति के संत कहे जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कैलाश जोशी के सुपुत्र पूर्व मंत्री दीपक जोशी देवास, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी के भांजे पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ग्वालियर, केपी यादव सांसद गुना, इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 एवं बदनावर से भाजपा को जीत दिलाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता भंवरसिंह शेखावत, पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुंदरलाल पटवा के दत्तक पुत्र व पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटवा, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री गौरीशंकर शेजवार के पुत्र मुदित शेजवार सांची, जिला रायसेन शामिल हैं। इंदौर के वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व विधायक पं. सत्यनारायण सत्तन गुरु भी पार्टी के असंतुष्ट नेताओं में शामिल हैं, हालांकि माना जा रहा है कि वे पार्टी नहीं छोड़ेंगे।

Back to top button