बिलासपुर

श्रीवास समाज के प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोक श्रीवास ने कहा- संकट से उबारने समाज को आर्थिक मदद दे राज्य सरकार

बिलासपुर। कोरोना के चलते लॉकडाउन एवं धारा 144 के कारण अधिकांश कारोबारियों पर असर पड़ा है लेकिन इनमें सबसे ज्यादा प्रभावित बाल-दाढ़ी बनाने वाले सेलून कारीगर व संचालक हुए हैं। केंद्र व राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि सेलून अभी नहीं खुलना है। ऐसे में इस व्यवसाय से जुड़े लोगों के समक्ष आर्थिक समस्या आ चुकी है। श्रीवास समाज राज्य सरकार से अपेक्षा करती है कि वे आर्थिक मदद दें। जिससे समाज के लोग अपना भरण-पोषण कर सके।

यह बात श्रीवास समाज के प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोक श्रीवास ने एक बयान में कही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से समाज की ओर से मांग कर चुके हैं कि श्रीवास समाज को आर्थिक मदद दिया जाना चाहिए। चूंकि सेलून में विभिन्न लोग बाल कटवाने एवं शेविंग आदि के लिए पहुंचते हैं और सभी के लिए एक ही तौलिया व अन्य सामग्री का उपयोग किया जाता है। इस लिहाज से इन दुकानों को खोला जाना मुमकिन नहीं है। विगत डेढ़ माह से सेलून कारीगर अपने घरों में हैं और आमदनी नहीं होने से परिवार चलाना उनके लिए मुश्किल होता जा रहा है।

गौरतलब है कि कोरोना संकट की वजह से विगत 24 मार्च से लॉकडाउन है, जिसके चलते पूर्व में अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी ब्यवसायीक संस्थानों को बंद कर दिया गया था। इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित छोटे ब्यवसायीयों पर पड़ा है, जिसमें चाय ठेला सहित सेलून संचालक सबसे ज्यादा प्रभावित हुए है। श्रीवास समाज का कहना है कि हमारे समाज का इसी से परिवार चलता है लेकिन लॉकडाउन के कारण विगत डेढ़ माह से लोगों का व्यवसाय बंद है।

त्रिलोक श्रीवास ने कहा है कि हाल में प्रशासन ने कुछ व्यवसाय को खोलने की अनुमति दे रखी है उसमें भी सेलून को अनुमति नहीं दी गई है। इससे भविष्य को लेकर सेलून व्यवसाय चिंतित हैं, वहीं अब सेलून कब खुलेगा इसे लेकर श्रीवास समाज के लोग चिंतित हैं। वर्तमान में सेलून संचालक व कारीगर गम्भीर आर्थिक परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री से आर्थिक सहयोग की अपील है।

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