बिलासपुर

नगर निगम के कार्यों का बेहतर अनुभव रखते हैं नवनिर्वाचित महापौर रामशरण यादव, आम लोगों को कार्यों में कसावट की उम्मीद

बिलासपुर। भाजपा के मैदान छोड़ देने के बाद कांग्रेस के रामशरण यादव बिलासपुर के निर्विरोध महापौर चुन लिए गए हैं। भाजपा के चुनाव नहीं लड़ने के निर्णय से अब सभापति भी कांग्रेस से ही चुना जाएगा। इसके पूर्व कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री रविंद्र चौबे ने दो दिन पहले ही महापौर चुनाव के मद्देनजर बिलासपुर का दौरा किया था हालाकि रणनीति के तहत तब महापौर के प्रत्याशी के बारे मे कोई खुलासा नहीं किया गया था।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज महापौर चुनाव को लेकर सम्मेलन आयोजित किया गया। भारतीय जनता पार्टी बिलासपुर के वरिष्ठ नेताओं ने महापौर एवं सभापति का चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया। कांग्रेस ने महापौर प्रत्याशी के रूप में रामशरण यादव को उतारा और वे  निर्विरोध महापौर निर्वाचित हुए।

मालूम हो कि कल राजनांदगांव में महापौर बनाने के साथ ही कांग्रेस ने अपना खाता खोल दिया था। क्रास वोटिंग का भय दोनों ही दलों को रहा। लेकिन संख्या बल में पिछड़ने और तीन निर्दलियों के कांग्रेस की ओर चले जाने से कांग्रेस का पलड़ा भारी हो गया। क्रास वोटिंग से बचने के लिए कांग्रेस ने अंतिम समय में प्रत्याशी घोषित किया। नगर निगम बिलासपुर के चुनाव में कुल 70 वार्ड में  से 35 सीट पर कांग्रेस पर कांग्रेस काबिज है।

नवनियुक्त महापौर रामशरण यादव को नगर निगम के कार्यों का अच्छा अनुभव है वे पहले भी नगर निगम में रहे हैं। इसके पहले वे महापौर के सीधे चुनाव में कांग्रेस की ओर से महापौर पद का चुनाव भी लड़ चुके हैं। इससे यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में नगर निगम के कार्यों में वे अनुभव से कसावट लाने में सफल होंगे।

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