बिलासपुर

डॉ. अंशुमन जैन ने कहा- अफवाह फैलाने वाले मैसेज फॉरवर्ड करने से बचें

मैं एक होम्योपैथिक चिकित्सक हूं और पिछले 1 सप्ताह में छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के लिए अफवाह और मैसेजेस की बाढ़ आई है। इसी बीच हमारे क्लीनिक में कोरोना फोबिया मरीजों की भरमार हो गई है।

इस कोरोना फोबिया से बचने का मात्र एक उपाय है कि हम कोरोना के बारे में नेगेटिव न्यूज़ पढ़ना बंद करें कोरोना से बचाव के उपाय अब बच्चे-बच्चे की जुबान पर है। उसके बावजूद भी हम व्हाट्सएप पर फेसबुक पर हर रोज कम से कम हजारों मैसेज फॉरवर्ड करने में लगे हैं। यह हमारे दिमाग में सिर्फ कोरोना फोबिया ही डेवेलप कर रहा है।

आप सभी से निवेदन है कि मैसेज मिलते ही डिलीट करें, फॉरवर्ड करना बंद करें। सरकार प्रयासरत है, हम सभी प्रयासरत हैं। जगहों को बंद कर देने का मतलब यह नहीं है कि कोरोना नहीं फैल रहा है। शॉपिंग मॉल, भीड़ वाली जगहों को बंद कर देना का मतलब कोरोना को फैलने से रोकना है। शब्दों के अंतर को समझिए। सावधान रहें। डरे नहीं और अपने सभी व्हाट्सएप ग्रुप को कोरोना फ्री ग्रुप बनाएं। मैसेजेस फॉरवर्ड करने से बचें।

जितनी जल्दी हम दिमाग से स्वस्थ होंगे, कोरोना की शब्दावली को हटाएंगे, सिर्फ अपने आप में सतर्कता बरतेंगे, उतनी जल्दी हम इस महामारी से निपट सकते हैं। आइए हम सब मिलकर अपने व्हाट्सएप ग्रुप को कोरोना फ्री ग्रुप बनाएं।

©डॉ अंशुमन जैन, होम्योपैथिक चिकित्सक व काउंसलर, बिलासपुर, छत्तीसगढ़

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