लेखक की कलम से

ना डरो कोरोना से …

कोरोना से ना डरो, लड़ना है इसे मिल,

घर में रहकर देश का, साथ दो सभी मिल।

 

मुश्किलों का दौर है, ढांढस धरो ऐ धीर,

विकट समय टल जाएगा, हो ना ज़रा भी अधीर।

 

प्रेम भाव से काज करो, होगी इक दिन जीत,

सेवा भाव से देश का, निपट जाएगा पीर।

 

चिंता चिता समान है, व्याकुलता नहीं ठीक,

तनिक भी ना तुम डरो, सजग रहो सभी वीर।

 

ऐसे समय में सैन्य ने दिया संदेशा गंभीर,

सारे दुश्मन चित किए, भारत के वो वीर।

 

देश मेरा खुशहाल हो, प्रीत से बढ़े है प्रीत,

जो टुकड़े की बात करें, कर देंगे उसे चीर।

 

भारत पर हमें गर्व है, इस माटी से प्रीत,

करें प्रतिज्ञा हम सभी, झुकने न देंगे शीश।

©शालिनी मिश्रा   

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