इतिहास में पहली बार सरकारी अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ, 11 डॉक्टरों की टीम ने साढ़े 4 घंटे में इस सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया…
भोपाल। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य जगत के लिए अच्छी खबर आयी है । प्रदेश के इतिहास में पहली बार किसी सरकारी अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है। राजधानी के हमीदिया अस्पताल में मंगलवार को पहली बार किडनी ट्रांसप्लांट हुआ।
हमीदिया अस्पताल में 11 डॉक्टरों की टीम ने साढ़े 4 घंटे में इस सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। इसमें भी खास बात यह है कि ऑपरेशन का पूरा खर्चा आयुष्मान कार्ड से हुआ। मरीज मुरैना निवासी कृष्णदत्त शर्मा है। उनकी पत्नी वीणा शर्मा ने उन्हें अपनी किडनी दी है। किडनी रिसीव करने वाले का डेयरी व्यवसाय है। पिछले 3 महीने से शर्मा का यहां इलाज चल रहा था।
यह अस्पताल गांधी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध है। अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर लोकेंद्र दवे ने बताया कि इस ट्रांसप्लांट ऑपरेशन में 11 डॉक्टर और नर्स ने भाग लिया। इसमें किडनी रोग के 3 विशेषज्ञ दो ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ और एनेस्थीसिया देने वाले दो विशेषज्ञ के अलावा दो जूनियर डॉक्टर शामिल थे। पहले डोनर का ऑपरेशन किया गया जो कि मरीज की पत्नी थी। उनकी किडनी ऑपरेशन करने में करीब डेढ़ घंटे का और उसे प्रत्यारोपित करने में करीब ढाई घंटे का समय लगा।
ऑपरेशन के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने डॉक्टरों की टीम को बधाई दी और सरकारी अस्पताल में प्रदेश के पहले किडनी ट्रांसप्लांट पर खुशी जाहिर की।