नई दिल्ली

यूपी में उड़ी कोरोना गाइड लाइन की धज्जियां, जिला काजी के जनाजे में उमड़ी हजारों की भीड़, अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज …

नई दिल्ली (पंकज यादव) । कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की धज्जियां उड़ते देखी गईं। जिला काजी के जनाजे में बिना सूचना के ही हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। मजे की बात तो यह है कि कोरोना कर्फ्यू में सड़क पर निकलने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली पुलिस भी मूक दर्शक बनी रही। पुलिस और प्रशासन को जनाजे में हजारों की संख्या में शामिल हुई भीड़ के बारे में भनक तक नहीं लगी। जनाजे में 20 नहीं, 100 नहीं बल्कि हजारों की संख्या लोग पहुंचे। जनाजे में कोई भी व्यक्ति एक दूसरे से दूरी बनाते नहीं दिखा। जनाजे में शामिल लोगों को कोरोना संक्रमण का जरा भी खौफ नहीं दिखा। इतनी भारी संख्या में लोगों के शामिल होने के बाद जिले में संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है।

मामला यूपी के बदायूं शहर का है। यहां रविवार तड़के हुजूर साहिब-ए-सज्जादा खानकाह-ए-कादरिया शेख अब्दुल हमीद मुहम्मद सालिमुल कादरी बदायूंनी का इंतकाल हो गया था। दिन निकलने के साथ थी शहर के मोहल्ला सोथा स्थित उनके आवास मदरसा आलिया कादरिया में उनके अकीदतमंदों और मुरीदीनों का हुजूम जुटने लगा। शहर समेत आसपास के जिलों और दूरदराज से भी लोगों के आने का सिलसिला जारी है। उनके मुरीदों में हर धर्म के लोग शामिल हैं। पूर्वाह्न दरगाह कादरिया में तदफीन हुआ। जनाजे में भारी भीड़ उमड़ी। बताया जाता है कि जिला काजी का स्वास्थ अरसे से खराब चल रहा था। रविवार तड़के 03:41 बजे उन्होंने शरीर छोड़ दिया।

देखते ही देखते सोशल मीडिया पर उनके इंतकाल से जुड़ी खबरें वायरल हुई तो हर तबका गमगीन हो गया। लोग मदरसे पर उनके दीदार को पहुंचने लगे। देश से ही नहीं विदेश से भी शोक संवेदना व्यक्त की जाने लगी। मदरसा प्रबंधन कोविड गाइड लाइन का पालन कराते हुए लोगों को उनका दीदार कराया। इसके बाद दरगाह कादरिया में तदफीन किये गये। पूर्व मंत्री आबिद रजा हजरत के बेटे हजरत अतीफ मियां कादरी व उनके परिजनों से मिलने सुबह 6 बजे पहुंचे। रजा ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा हजरत जिंदा वली थे। धार्मिक क्षेत्र में हजरत सालिम मियां साहब ने बदायूं की पूरे देश में अलग पहचान बनाई थी। हजरत बदायूं के लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे। उनकी कमी पूरी जिंदगी रहेगी।

यूपी के बदायूं जिले में एक मुस्लिम धर्मगुरु के इंतकाल के बाद हजारों की संख्या में लोग कोविड प्रोटोकॉल की अनदेखी करते हुए उनके जनाजे में शामिल हुए और इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने सोमवार को बताया कि मुस्लिम धर्मगुरु हजरत अब्दुल हमीद मोहम्मद सालिमुल कादरी का रविवार को इंतकाल हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए बदायूं पहुंचे और कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए जनाजे में शामिल हुए।

उन्होंने बताया कि कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है, जनाजे के वीडियो देखकर सुबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं। दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि काजी मोहम्मद सालिमुल कादरी के इंतकाल के बाद उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन और जनाजे के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस घटना के वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि लोगों ने लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाईं और सामाजिक मेल जोल से दूरी की पूरी तरह अनदेखी की। राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए अंतिम संस्कार में 20 लोगों के ही शामिल होने की इजाजत दी है मगर काजी के जनाजे में हजारों लोग मौजूद थे।

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