मध्य प्रदेश

इलाज न कराने की बात पर पति ने पत्नी को कुल्हाड़ी से काटा, फिर खुद ही झूल गया फांसी पर…

जबलपुर। अधेड़ ने अपनी पत्नी को कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी और फिर खेत जाकर फांसी के फंदे में झुलकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। इस वारदात की भनक परिवार के किसी भी सदस्य को नहीं लगी। देर रात जब नींद खुली तो उन्हें पता चला। पूछताछ में ग्रामीणों ने बताया कि पति को कम सुनाई देता था। वह कहता था कि पत्नी उसका इलाज नहीं करा रही है। आशंका जताई जा रही है कि इसलिए उसने पत्नी को मार डाला।

कुंडम टीआई प्रताप सिंह के मुताबिक ये वारदात ददरगवां गांव की है। आदिवासी बाहुल्य इस गांव में अधिकतर लोग खेती-किसानी से जुड़े हैं। कुंडम थाने से 20 किमी दूर ददरगवां गांव निवासी पुन्नू सिंह (54) और मंगीबाई के बीच मंगलवार देर रात किसी बात को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद पुन्नू शाह ने पत्नी मंगीबाई (48) पर कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी। उसके चेहरे और सिर में वार किया था। बाद में वह घर से दो किमी दूर खेत पहुंचा और वहां फंदे से झूल गया।

बहू पानी पीने आई तब पता चला

घर में पुन्नू शाह की पत्नी मंगी बाई के अलावा 17 साल की बेटी ज्योति और बहू देववती भी थीं, लेकिन दोनों को इस घटना के बारे में देर रात ढाई बजे पता चला। दोनों अंदर, जबकि सास-ससुर बाहर सो रहे थे। बहू देववती को रात ढाई बजे प्यास लगी तो वह बाहर निकली, तब जाकर उसे घटना के बारे में पता चला।

उसने देखा कि खटिया पर उसकी सास मंगीबाई खून से लथपथ मृत हालत में कमरे में पड़ी है। यह देखकर वह चीख पड़ी, आवाज सुनकर सो रही मंगीबाई की बेटी भी बाहर आई। थोड़ी देर बाद आसपास के लोग जुट गए। फिर पता चला कि पुन्नू घर से गायब है। उसकी तलाश की जाने लगी तो किसी ने खेत में पेड़ से लटकी उसकी लाश देखी। पुन्नू सिंह के तीन संतानों में बड़ी बेटी अयोध्या की शादी हो चुकी है। वहीं बेटा लोकेश बाहर नौकरी करता है।

मर्डर और सुसाइड के इस दोहरी वारदात की खबर मिलते ही कुंडम टीआई मौके पर पहुंचे। सूचना पर जबलपुर से एएसपी संजय अग्रवाल और डीएसपी ग्रामीण अपूर्वा किलेदार भी एफएसएल टीम के साथ पहुंची। परिजनों के बयान लिए जा रहे हैं। दोनों शवों को कुंडम पीएम के लिए भिजवा दिया है। डीएसपी अपूर्वा किलेदार ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि पुन्नू साइको टाइप था। उसे कान से कम सुनाई पड़ता था। वह इसे लेकर अक्सर पत्नी से लड़ता था कि उसका इलाज नहीं करा रही है।

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