मध्य प्रदेश

भोपाल में नर्मदा अस्पताल की नर्स ने हॉस्टल में एनेस्थीसिया इंजेक्शन लगाकर कर ली आत्महत्या, पुलिस जांच में जुटी

भोपाल। एमपी की राजधानी भोपाल के निजी नर्मदा अस्पताल की नर्स द्वारा एनेस्थीसिया इंजेक्शन लगाकर सुसाइड करने का मामला सामने आया है। नर्स ने ड्यूटी से अस्पताल के हॉस्टल में आकर यह कदम उठाया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन की भूमिका की जांच की मांग की है। हबीबगंज थाना पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।

पुलिस के अनुसार 24 वर्षीय विशाखा कहार नर्मदा अस्पताल में नर्स के पद पर काम करती थी। वह मूलत: नर्मदापुरम की रहने वाली है। शनिवार रात को ड्यूटी करने के बाद अस्पताल से अपने हॉस्टल गई। रात को साथी नर्स ने उसका दरवाजा किसी काम से खटखाया, लेकिन विशाखा ने दरवाजा नहीं खोला। किसी अनहोनी की आशंका के चलते उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी। इसके बाद दरवाजा खुलवाया गया तो नर्स अचेत पड़ी मिली। तुरंत पुलिस को सूचना देकर विशाखा को अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में विशाखा के एनेस्थीसिया इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या करने की बात सामने आई है। पुलिस को उसके पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। सुसाइड के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।

परिजनों ने प्रबंधन की भूमिका पर जताया संदेह, की जांच की मांग

दूसरी ओर, विशाखा के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन की भूमिका पर संदेह जताया है। उन्होंने प्रबंधन की भूमिका की जांच करने की मांग की है। परिजनों ने घटना की सूचना देरी से देने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। ज्ञात हो कि एक साल पहले नर्मदा अस्पताल के ही डॉक्टर दीपक वर्मा की भी संदिग्ध हालात में कार में लाश मिली थी। वर्मा के ड्यूटी पर नहीं आने पर उनसे संपर्क किया गया, जब उनसे संपर्क नहीं हुआ तो उनकी तलाश शुरू की गई। इसके बाद उनकी लाश अस्पताल के सामने ही कार में पाई गई थी।

तलाशी में रूम में एक इंजेक्शन और दवा की शीशी मिली

हबीबगंज थाने के एएसआई बीपी विश्नकर्मा ने बताया कि कमरे से सुसाइड नोट नहीं मिला। प्रारंभिक जांच में मामला सुसाइड का लग रहा है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही असल वजह का खुलासा हो पाएगा। विशाखा की साथी नर्स पूजा के अभी बयान नहीं हो सके हैं, इसलिए अभी यह जानकारी नहीं कि विशाखा के रूम का दरवाजा बंद था या खुला था।

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