मध्य प्रदेश

बागेश्वर धाम विवाद में अब कमलनाथ की एंट्री: पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को दे डाली सलाह

शिवराज के आरोपों पर कमलनाथ बोले- मैं इतने घटिया स्तर पर नहीं जा सकता

भोपाल। बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को लेकर मचे घमासान के बीच अब पीसीसी चीफ कमलनाथ की एंट्री हो गई है। पं. धीरेन्द्र शास्त्री द्वारा भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कहने पर कमलनाथ ने उन्हें सलाह दी है कि धार्मिक लोग धर्म की ही बात करें तो बेहतर है। वहीं, शिवराज के आरोपों पर उन्होंने कहा- मैं इतने घटिया स्तर पर नहीं जा सकता।

पीसीसी में कांग्रेस सेवादल और एसटी कांग्रेस की बैठक में शामिल होने पहुंचे कमलनाथ ने कहा कि धर्म की बात करें तो अच्छा है। मैं भी चाहता हूं वह धर्म की बात करें। बागेश्वर धाम अपने हैं, उनसे मेरी कल बात हुई थी, वहां जाने के लिए मेरा प्रोग्राम बना था। लेकिन, जो तारीख मैं दे रहा था और जो वो दे रहे थे, वह एडजस्ट नहीं हो पा रही थी। मेरी उनसे लगातार बात होती रहती है। सबके अपने अपने विचार हैं. लेकिन अगर भारत को एक झंडे के नीचे रहना है जो बहुत बड़ी आवश्यकता है कि हम भारत की संस्कृति और भारत के संविधान का पालन करें। पं. प्रदीप मिश्रा से भी मेरी लगातार बात होती रहती है। इंदौर में मैं उनके कार्यक्रम में गया था। उन्होंने मेरा बहुत सम्मान किया, स्वागत किया, पूरे इंदौर ने देखा।

जनता अच्छे से जानती है कांग्रेस का डीएनए क्या है

शिवराज द्वारा कांग्रेस का डीएनए पाकिस्तान परस्ती का बताने पर कमलनाथ ने कहा- वे कांग्रेस के डीएनए की बात ना करें, अपने डीएनए की बात करें। कांग्रेस का जो डीएनए है, वह पूरी जनता जानती है। सब लोग जानते हैं कांग्रेस का क्या डीएनए है। कांग्रेस संगठन की बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज को हमारे संगठन की चिंता क्यों है। उनके पेट में दर्द क्यों हो रहा है। क्या वो डर गए हैं ? बौखला गए हैं? शिवराज जी के मुंह से ऐसी घटिया बातें निकलना, ये मैं उचित नहीं समझता। इस तरह से घटिया बात करना ठीक नहीं। आदिवासी विरोधी फैसले लेने और आदिवासियों की योजनाएं बंद करने के सीएम के आरोपों पर बोले- इनके पास झूठ के अलावा कुछ नहीं है। मैं हमेशा कहता हूं मध्य प्रदेश की जनता गवाह है। आज मध्य प्रदेश का हर वर्ग शिवराज सरकार से परेशान घूम रहा है। इसकी चिंता बीजेपी नहीं कर रही है। कमलनाथ की आलोचना करना इनकी मानसिकता बन गई है। मैं इस घटिया स्तर पर नहीं जाना चाहता।

दिग्विजय सिंह के बयान से काटा किनारा

कमलनाथ ने कहा दिग्विजय सिंह के बयान पर हमारी पार्टी का स्टैंड क्लियर है। जयराम रमेश पार्टी का स्टैंड बता चुके हैं कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है। पार्टी का स्टैंड ही मेरा स्टैंड है। कमलनाथ ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आदिवासी विधायकों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकता आदिवासी हैं। प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के ऐलान के साथ इंदौर में उठे विरोध पर कमलनाथ ने कहा कि यदि कोई काम नहीं करेगा तो उसे हटाया जाएगा। आदिवासी विधायकों की बैठक पर बोले- यह हमारे सेवा दल की बैठक है, एसटी सेल की बैठक भी है। समय-समय पर हम बैठक करते रहते हैं। मध्य प्रदेश में कोई आदिवासी क्षेत्र नहीं है। यह सब अलग-अलग क्षेत्र हैं, कहीं भील, भिलाला हैं गोंड हैं, कोल हैं, सब की समस्या अलग-अलग है। अगर कोई कहे वन साइज़- फिट फॉर ऑल। यह नहीं हो सकता। मध्यप्रदेश में आदिवासी बहुल प्रदेश है। सबसे ज्यादा प्राथमिकता हमारे आदिवासी भाइयों को मिले।

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