मध्य प्रदेश

खेलो इंडिया यूथ गेम्स: महेश्वर में धड़का हिंदुस्तान का दिल, दूसरे दिन भी जीते दो स्वर्ण पदक

वर्ल्ड और एशियन चैंपियनशिप खेल चुकी भूमि ने और शिकारपुर के किसान पुत्र विशाल ने जीता गोल्ड

भोपाल। खरगोन जिले की पवित्र नगरी महेश्वर में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तहत केनो स्लेलॅम प्रतियोगिता चल रही है। इस दो दिवसीय प्रतियोगिता में लगातार दूसरे दिन भी मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों का दबदबा बरकरार रहा। प्रतियोगिता के दूसरे दिन भी पुरुष और महिला वर्ग में प्रदेश के खिलाड़ियों ने ही गोल्ड मेडल जीता। मध्यप्रदेश इस बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी कर रहा है। प्रदेश के 8 जिलों में खेलो इंडिया के तहत खेलों का आयोजन किया गया है। इसमें खरगोन के महेश्वर में दो दिवसीय सम्पन्न केनो स्लेलॅम प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में प्रदेश के खिलाड़ियों ने अपना जौहर दिखाते हुए गोल्ड जीते हैं। मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने दूसरे दिन भी पुरुष और महिला वर्ग में गोल्ड मेडल जीता। विशाल ने ट्रैक के पूरे 18 गेट 80.870 सेकेण्ड में और भूमि ने 18 गेट 90.060 सेकेण्ड में पार किये। पुरुष वर्ग में कर्नाटक के कार्तिक एस ने रजत, आंध्रप्रदेश के वेमुला कुमार ने कांस्य पदक जीता है। जबकि आंध्रप्रदेश की नगिडी ग्यातरी ने रजत और महाराष्ट्र की जहान्वी रायकवार ने कांस्य पदक जीता है।

कभी न हार मानने वाली भूमि ने मप्र को दिलाया स्वर्ण

मप्र खेल अकादमी को खेलो इंडिया में स्वर्ण पदक दिलाने वाली भूमि का कहना है कि इस खेल में खासकर प्राकृतिक ट्रैक में ज्यादा पॉवर की आवश्यकता होती है। साथ ही हर खिलाड़ी के पास एक प्लान होना चाहिए व कभी भी गिव अप नहीं करना चाहिए। दिल्ली के आइके स्टेडियम के एक छोटे से पोंड में अपने खेल की शुरुआत करने वाली भूमि ने वर्ष 2019 से मप्र खेल अकादमी में खेल का तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया। इसके बाद भूमि ने थाईलैंड के पटाया में हुई एशियन चैंपियनशिप में कांस्य मेडल पर अपना हक जमाया। भूमि को जर्मनी के ओशबर्ग में वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी खेलने का अनुभव है।

किसान पुत्र विशाल ने दिलाया स्वर्ण

सीहोर के एक छोटे से गाँव शिकारपुर के किसान परिवार के लाड़ले खिलाड़ी विशाल वर्मा ने खेलो इंडिया में स्वर्ण जीतकर प्रदेश सहित परिवार का नाम रोशन किया है। विशाल का कहना है कि अब तक महेश्वर में जो नेशनल स्तर की प्रतियोगिता हुई हैं, उनमें उन्होंने गोल्ड मेडल जीते हैं। आज नेशनल यूथ गेम्स खेलो इंडिया में भी गोल्ड जीतने से आत्म विश्वास बढ़ा है। अभी कक्षा 12वीं वी की तैयारी करने वाले विशाल वर्मा पिछले 4 वर्षों से मप्र खेल अकादमी में कोचिंग प्राप्त कर रहे हैं। इस दौरान विशाल 5 नेशनल और 1 इंटरनेशनल स्तर की प्रतियोगिता में शामिल हुए हैं। विशाल का कहना है कि महेश्वर का ट्रैक न सिर्फ भारत में बल्कि अब तक उनके अनुभव के आधार पर एशिया का सबसे बढ़िया ट्रेक है। वर्ष 2022 में थाईलैंड के पटाया में हुई इंटरनेशनल कैनो स्लेलॅम में कृत्रिम ट्रेक में प्रतियोगिता हुई थी, जबकि महेश्वर की सहस्त्रधारा में पानी की गति स्थान और दूरी एकदम प्राकृतिक अहसास कराती है। खिलाड़ियों को एक सुखद अनुभव होता है। मैं खुशकिस्मत हूँ कि ऐसे ट्रैक पर खेलो इंडिया-2022 का स्लेलॅम का गोल्ड जीता है। उन्होंने 6 वी 7वी और 8वी नेशनल कैनो स्लेलॅम प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल्स प्राप्त किये हैं। विशाल ने वर्ष 2018 से 2022 के बीच खेली कई नेशनल प्रतियोगिताओं में 5 गोल्ड मेडल्स जीते हैं।

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