मध्य प्रदेश

किसानों के नाम पर भाजपा कर रही केवल जुमलेबाजी : सचिन यादव

पूर्व मंत्री एवं विधायक सचिन यादव ने पत्रकार वार्ता में लगाए आरोप

भोपाल। पूर्व कृषि मंत्री एवं कांग्रेस विधायक सचिन यादव ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में प्रदेश सरकार पर अनेक गंभीर आरोप लगाये हैं। यादव ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंक रही है। साढ़े 18 साल की भाजपा की सरकार विपक्ष के सवालों के जवाब देने की बजाए, विपक्ष से ही सवाल कर रही है, ये कैसी राजनीति है। भाजपा के दृष्टि पत्र में किए गये वादे खोखले और बेबुनियाद साबित हो रहे हैं। किसानों की आय दोगुनी करने, किसानों का गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदने और फसल नुकसानी पर बीमा राशि देने के नाम पर भाजपा सरकार किसानों के साथ छलावा कर रही है।

विधायक सचिन यादव ने कहा कि किसान और खेत के लिए सरकार गंभीर होती तो यह सरकार के बजट में नजर आता। उच्च गुणवत्ता के बीज देने की बात कही गई थी, लेकिन हकीकत में देखे तो बजट का प्रावधान नगण्य है। छोटे किसान जो उपार्जन केंद्र तक नहीं पहुंच पाते हैं, उनके लिए योजना लागू करने का वादा, कृषि उपकरणों पर से कस्टम में छूट देने। बजट में किसानों कृषि स्टार्टअप कोष नहीं है, जबकि दृष्टि पत्र में इसकी बात कही थी। जैविक कृषि अनुसंधान केंद्र की स्थापना करेंगे, मौसम विज्ञान केंद्र की स्थापना करेंगे, यह कहा था किसानों के लिए 500 करोड़ रुपए का विशेष कोष बनाने, दूध उत्पादन बढ़ाने के प्रयास करने की बात कही थी, लेकिन हालत यह है कि छोटे बच्चों को दूध नहीं मिल रहा है, बच्चों को महंगाई का दंस झेलना पड़ रहा है। उज्जैन में तीन लाख टन मैटिक क्षमता के प्याज भंडारण क्षमता का केंद्र बनाने की बात कही थी, लेकिन केंद्र नहीं बना। 12 हजार कृषि साख समितियों का गठन करने, 1000 स्वाइल जांच केंद्र बनाने की बात कही थी, लेकिन कुछ नहीं किया। यादव ने कहा कि मैं भाजपा से पूछना चाहता हूँ कि कहां बनाए गए यह केंद्र। जुमलेबाजी में भाजपा सबसे आगे है। पूर्व से पश्चिम तक, एक छोर से दूसरे छोर तक कारिडोर का निर्माण किए जाने की बात कही गई थी जो दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है।
किसानों को ठगने का काम कर रही है भाजपा सरकार
उच्च गुणवत्ता के बीज किसानों को रियायत दरों पर देने का वादा, लेकिन बजट में सूरजधारा-अन्नपूर्णा जैसी योजनाओं के प्रावधान में बजट जीरो किया है। भावन्तर भुगतान योजना का पैसा किसानों को मिला नहीं और बजट में प्रावधान मात्र 1 हजार रुपये का किया, यादव ने कोल्ड स्टोरेज बनाए जाने के मामले में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा 3000 रुपए में क्या कोल्डस्टोरेज बनाए जा सकते हैं। यादव ने कहा बीजेपी नेताओं ने अपना कर्ज माफ करवा लिया, जब किसानों की कर्ज माफी की बात आई तो 3 हजार का बजट रखा गया। पिछले दिनों बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों में नुकसान हुआ, सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें की गई, एक हफ्ते से सर्वे के लिए कहा गया, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं हुआ। सरकार बताए कि ओलावृष्टि-अतिवृष्टि से हुए नुकसान का कितने किसानों के खाते में मुआवजे का पैसा पहुंचा है। बीजेपी को पता है कि किसानों के बिना सरकार नहीं बनने वाली इसलिए किसान यात्रा निकाली जा रही है। किसानों के हित में 18 साल में क्या विकास किया गया, सरकार को जवाब देना चाहिए। यादव ने कहा कि कांग्रेस ने 15 महीने की सरकार में 27 लाख किसानों का ऋण माफ किया था। यादव ने भाजपा के वर्ष 2018 के दृष्टिपत्र और 2023-24 के बजट की तुलनात्मक करते हुए सरकार पर अनेक आरोप लगाए।

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