मध्य प्रदेश

इंदौर में सफाई मित्रों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में कैलाश विजयवर्गीय बोले- मैं कड़वी बात कहता हूं, क्योंकि किसी और में दम नहीं …

इंदौर. बीजेपी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर अफसरशाही पर हमला बोला. खुले मंच से नसीहत देते हुए उन्होंने दो टूक कहा कि अधिकारियों की ज्यादा मालिश मत किया करो. इस इंदौर को यदि नंबर वन बनाया है तो इंदौर की जनता और सफाई मित्रों ने. आप जनता को नहीं, अधिकारियों को श्रेय देते हो. अपने बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहने वाले विजयवर्गीय ने कहा- अरे अधिकारी में अगर दम होता तो यहां के कलेक्टर उज्जैन गए थे, उसे नंबर वन बना पाए क्या. यहां के पूर्व नगर निगम कमिश्नर अब उज्जैन के कलेक्टर हैं. वे भी उज्जैन को सफाई अव्वल नहीं बना पाए. इसलिए मैं कहता हूं कि इंदौर के लगातार सफाई में अव्वल रहने का श्रेय सफाई मित्रों और जनता को है.

कैलाश विजयवर्गीय ने आगे कहा- मुझसे कोई पूछे कि इंदौर की सफाई के लिए सबसे ज्यादा जवाबदार कौन है तो मैं कहूंगा सबसे पहले हमारे सफाई मित्र हैं. दूसरा नंबर इंदौर की जनता का है, क्योंकि इंदौर की जनता अनुशासित है. संस्कार वाली जनता है. संस्कारित है. ये संस्कार हमारी पहली वाली पीढ़ी ने डाले हैं. इस कारण अगर आप इंदौर की जनता को श्रेय नहीं देंगे तो क्या सिर्फ अधिकारियों को श्रेय देंगे. उन्होंने दोहराया मुझे मालूम नहीं कि मैं बहुत कड़वी बात बोलता हूं, लेकिन बहुत जरूरी है, क्योंकि मेरे अलावा किसी में ताकत भी नहीं है कि ये बात बोल सके.

विजयवर्गीय ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित सफाईकर्मियों के सम्मान समारोह में बोल रहे थे. इसी दौरान उन्होंने ब्यूरोक्रेट्स पर तीखा हमला बोला. विजयवर्गीय ने कहा कुछ बात कहना चाहता हूं. हो सकता है मेरी बात कड़वी लग जाए. लेकिन कहना जरूरी है. बीच-बीच में कड़वी बात कहते रहना चाहिए. यहां पत्रकार, अधिकारी और जनता सभी बैठे हैं. सफाईकर्मी भी हैं. अधिकारियों के साथ जनता का सम्मान किया जाना चाहिए.

विजयवर्गीय ने आखिरी में कहा कि मेरी बात से जिन्हें बुरा लगा हो तो लग जाए मैं चिंता नहीं करता। इसके साथ ही कहा कि अगर बुरा लगा हो तो माफी चाहता हूं। उन्होंने इंदौर की जनता को अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इंदौर अब सत्ता या अठ्ठा नहीं बल्कि दशक लगाएगा।

‌‌विजयवर्गीय ने कहा कि कुछ साल पहले सफाईकर्मियों के एक नेता मेरे पास आए और कहा कि आप हमारी माता व बहनों को रात में सफाई के लिए बुलाते हो। मैंने कहा- जो आना चाहे वो आए। घर से गाड़ी लेने आएगी और छोड़ने जाएगी। उनकी सुरक्षा और छोड़ने की जिम्मेदारी मेरी। यह कहते हुए मुझे बहुत गर्व है कि उस समय के लिए सभी सफाईकर्मियों का नेता चाहे गौहर साहब हो, चाहे चंदू करोडे (अब स्व.), शंकर खलीफा भी नहीं हैं, ये सभी लोग जा चुके हैं। इन लोगों ने तब अनुमति प्रदान की तो इंदौर पहला शहर था, जहां रात में सफाई शुरू की गई। मैं आग्रह करता हूं मंत्री व महापौर से कि आपने 7 करोड़ रुपए इंदौर के लिए दिए। इसके लिए धन्यवाद, लेकिन निवेदन भी करता हूं कि यह 7 करोड़ रुपए जहां हमारे ये सफाईकर्मी रहते हैं, ये आप उनकी कॉलोनियों को अच्छा करने में लगाएं, क्योंकि ये जहां रहते हैं वो स्थान भी अच्छा होना चाहिए।

कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे भूपेंद्र सिंह ने मीडिया से कहा- नगर निगम में एल्डरमैन की संख्या बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए हैं. प्रक्रिया एक हफ्ते में शुरू हो जाएगी. 3 लाख से अधिक की आबादी वाले नगर निगम में 12 एल्डरमैन और इससे कम में 8, नगर पालिका में 6 और नगर परिषद में 4 एल्डरमैन की संख्या कर दी गई है. क्योंकि, जनसंख्या बढ़ी है, वार्ड भी बढ़े हैं. इसलिए एल्डरमैन की संख्या बढ़ाना भी जरूरी है. उन्होंने बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय की सफाई कर्मियों को 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देने की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया. साथ ही इंदौर में लग रहे सबसे ज्यादा टैक्स के साथ ही टैक्सेशन की विसंगतियों को दूर करने की भी बात कही.

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