मध्य प्रदेश

हॉक फोर्स और पुलिस ने मुठभेड़ में दो इनामी महिला नक्सलियों को मार गिराया

बालाघाट जिले में गढ़ी थाना अंतर्गत कदला के जंगलों की घटना : महिला नक्सलियों के पास से हथियार और अन्य सामग्री बरामद

बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट में शनिवार तड़के पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में हॉक फोर्स ने दो महिला नक्सलियों को मार गिराया। दोनों ही महिला नक्सलियों पर 14-14 लाख रुपये का ईनाम घोषित था। बालाघाट पुलिस ने दोनों की मौत की पुष्टि की है। मुठभेड़ में कई अन्य नक्सलियों के भी घायल होने की सूचना है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसके लिए पुलिस और हॉक फोर्स को बधाई दी है।

मुठभेड़ सुबह गढ़ी थाना अंतर्गत कदला के जंगलों में हुई। दोनों ओर से लगातार गोली बारी के बीच हॉक फ़ोर्स के जवानों ने बहादुरी के साथ लड़ते हुए दोनों महिला नक्सलियों को मार गिराया। मुठभेड़ में और भी नक्सलियों के घायल होने की संभावना है। पुलिस द्वारा घटना स्थल की सर्चिंग की जा रही है। हॉक फोर्स को मौके से दो बंदूक, कारतूस एवं दैनिक उपयोग की अन्य सामग्री मिली है। घटना के बाद बालाघाट जोन के आईजी, एसपी समीर सौरभ और हॉक फोर्स के सीईओ मौजूद हैं।

मारी गई दोनों महिलाएं हार्डकोर नक्सली थीं

जिन दोनों महिला नक्सलियों 23 वर्षीया सरिता और 26 वर्षीया सुनीता को धराशायी किया गया। ये दोनों नक्सली छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले की निवासी थीं। दोनों ही पिछले 7-8 वर्ष से प्रदेश में अनेक नक्सली वारदातों में लिप्त थीं। दोनों बैहर थाना क्षेत्र के ग्राम मालखेड़ी में 6 नम्बर 2020 को हुई मुठभेड़ में भी शामिल रहीं। सरिता पर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश दोनों राज्य में 11 मामले दर्ज हैं। सुनीता पर भी 15 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।

दोनों पर था 14-14 लाख का इनाम

मारी गई महिला नक्सलियों पर 14-14 लाख रुपये का इनाम घोषित था। मृतक नक्सली सुनीता भोरम देव एरिया कमांडर, टाडा दलम में रह चुकी थी। फिलहाल, वह विस्तार दलम में काम कर रही थी। वहीं, सरिता खटिया मोचा एसीएम, कबीर के साथ गार्ड के रूप में काम करती थी। वह भी वर्तमान में विस्तार दलम में आ गई थी। बालाघाट जिला दशकों से नक्सली समस्या से जूझ रहा है। पिछले साल बालाघाट पुलिस ने छह कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया था।

 सीएम शिवराज सिंह ने बालाघाट पुलिस और हॉक फोर्स के जांबाज़ों को बधाई दी

दो दिन पहले लॉ एंड ऑर्डर को लेकर हुई मीटिंग में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले साल छह कुख्यात नक्सलियों को मार गिराने की सफलता को याद करते हुए इसके लिए बालाघाट पुलिस की पुन: तारीफ की थी। अब एक बार फिर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कल रात्रि बालाघाट में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दो दुर्दांत नक्सलियों को मार गिराने की कार्रवाई में संलग्न जवानों का अभिनंदन करते हुए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह हमारी पुलिस की वीरता और सजगता है कि वह लगातार नक्सलियों का सफाया कर रही है। पिछले डेढ़ वर्ष में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस और हॉक फोर्स जवानों द्वारा साहसिक रूप से किया गया यह चौथा एनकाउंटर था, जिसमें 8 दुर्दांत नक्सली मारे गए। इन पर लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का इनाम घोषित था।

मध्यप्रदेश में नहीं फैलने देंगे नक्सलवाद

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में हम डकैत पनपने नहीं देंगे, नक्सलवाद फैलने नहीं देंगे। सिमी के बाद पीएफआई जैसे आंतकी घटना करने वाले लोगों का भी हम सफाया कर रहे हैं। गुंडे और बदमाश जो जनता के अमन और चैन को भंग करते हैं, उनको भी हम नहीं छोड़ेंगे, यह राज्य सरकार की प्रतिबद्धता है।

हॉक फोर्स के जवानों को मिला है विशेष प्रोत्साहन

उल्लेखनीय है कि गत दस माह की अवधि में मध्यप्रदेश पुलिस ने चार मुठभेड़ में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये के 8 इनामी नक्सलियों को मार गिराया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गत वर्ष बालाघाट भ्रमण के दौरान हॉक फोर्स के जवानों से उनकी समस्याओं तथा कर्त्तव्य के बारे में विस्तृत रुप से चर्चा की थी। मुख्यमंत्री ने जवानों की कार्य समस्याओं से जुड़े मुद्दों पर संवेदनशील होकर हॉक फोर्स को 2 प्रकार के विशेष भत्ते तत्काल स्वीकृत भी किए। इससे उत्साहित होकर हॉक फोर्स के जवानों द्वारा नक्सल समस्या के उन्मूलन के लिए कर्त्तव्यनिष्ठ होकर लगातार कार्यवाहियों को अंजाम दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वयं बालाघाट में उपस्थित होकर जवानों को क्रम पूर्व पदोन्नति प्रदान की तथा जवानों के परिजन से व्यक्तिगत मुलाकात कर प्रोत्साहित किया।

 

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