मध्य प्रदेश

किसानों के लिए सीएम शिवराज की घोषणा: 32000 रुपए हेक्टेयर मिलेगा मुआबजा, कर्ज वसूली पर भी किया ऐलान

सीएम शिवराज पहुंचे ओला प्रभावित किसानों के बीच, बोले- किसी किसान की आंखों में नहीं आने दूंगा आंसू, सीएम ने विदिशा और सागर जिलों के कई गांवों में फसलों को देखा और किसानों को ढांढस बंधाया

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को सागर और विदिशा जिले के ओला और बारिश से प्रभावित गांवों में पहुंचे और पीड़ित किसानों से मुलाकात की। सीएम ने कई गांवों का दौरा कर प्रभावित फसलों का जायजा लिया। सीएम ने मौसम की मार से कराह रहे किसानों के आंसू पोंछते हुए कहा- मेरे किसान भाइयों अपने आप को अकेला मत समझना। संकट की इस घड़ी में आपको पार निकालकर ले जाऊंगा। मुआवजा भी मिलेगा और फसल बीमा योजना का क्लेम अलग से दिलवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैंने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी से फोन पर चर्चा कर प्रदेश में ओलावृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी दी है।

सीएम ने कहा कि मेरे किसान भाई-बहनों, आज मैं ओला प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहा हूं। मैंने पहले ही फसलों के सर्वे के निर्देश सभी जिलों को दे दिए थे। ईमानदारी और उदारतापूर्वक हर खेत का सर्वे किया जाएगा। राजस्व, पंचायत और कृषि विभाग के कर्मचारी मिलकर सर्वे करेंगे। हमारे जनप्रतिनिधि भी साथ में रहेंगे, ताकि कहीं कोई शिकायत की गुंजाइश न रहे। सर्वे के बाद सूची पंचायत भवन में चस्पा की जाएगी, यदि किसी को आपत्ति होगी तो उसका निराकरण किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने ये राहत देने की घोषणा की

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सीएम ने कहा कि 50% से अधिक फसलों के नुकसान पर 32,000 रुपये प्रति हेक्टेयर राहत राशि दी जाएगी। फसल बीमा योजना का क्लेम अलग से दिलवाया जाएगा। फसलों के अलावा पशु हानि, मकानों की क्षति पर भी सहायता राशि दी जाएगी। बिजली गिरने से जन हानि होने पर परिवार को 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। गाय-भैंस की मृत्यु पर 37 हजार, भेड़-बकरी की मृत्यु पर 4 हजार और मुर्गा-मुर्गी की मृत्यु पर 100 रूपए दिए जाएंगे। जिन किसानों की फसलें ओला-वृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनकी ऋण वसूली भी स्थगित करेंगे। साथ ही अगले साल का ब्याज भी सरकार भरेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास किए जाएंगे कि जीरो प्रतिशत ब्याज पर प्रभावित किसानों को फिर से उन्हें कर्ज मिल सके। ओला-वृष्टि से प्रभावित जिन किसानों की बेटियों की शादी होनी है, उन्हें मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में विवाह के लिए राशि दी जाएगी। ओला-वृष्टि से पीड़ित ऐसे किसान जो न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए पंजीयन नहीं करा सके हैं, उनके लिए पुनः पोर्टल खुलवा कर रजिस्ट्रेशन करवाया जायेगा। यह व्यवस्था प्रदेश के ओला-वृष्टि से प्रभावित सभी 20 जिलों के लिए होगी।

सीएम ने कमिश्नर और कलेक्टर को दिए यह निर्देश

मुख्यमंत्री ने सागर जिले के बीना तहसील के ग्राम रूसल्ला ग्राम पहुंचकर हाल ही में हुई ओलावृष्टि के कारण किसानों की क्षतिग्रस्त फसलों का खेत पर जाकर जायजा लिया। ग्राम रूसल्ला में सीएम शिवराज किसान वीरेंद्र पटेल के खेत पर गए, जहां उन्होंने मसूर और सरसों की क्षतिग्रस्त फसलों को देखा। मुख्यमंत्री ने ग्राम रूसल्ला के किसानों को ढांढस बंधाया और कहा कि मध्य प्रदेश सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ है। संकट के इस दौर में किसानों की आंखों में सरकार आंसू नहीं आने देगी। मुख्यमंत्री ने कमिश्नर और कलेक्टर को जिले में जहां-जहां किसानों की फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं, वहां पूरी प्रमाणिकता और ईमानदारी के साथ सर्वे कराकर प्रभावितों की सूची पंचायत कार्यालय में चस्पा करने के निर्देश दिए और यह भी कहा कि जिन किसानों को आपत्ति हो  या कोई संशोधन कराना चाहे तो वे करा सकेंगे।

आंखों में आंसू मत आने देना, अन्य राज्यों से ज्यादा राहत दी जाएगी

सीएम शिवराज ने बताया कि मध्य प्रदेश के 20 जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलो को व्यापक नुकसान हुआ है। सागर जिले के खुरई, नरयावली, बीना क्षेत्रों में भी फसलों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि किसानों को जो मुआवजा राशि दी जाएगी, वह तीन विभागों के संयुक्त दल द्वारा सर्वे करने के उपरांत दी जाएगी। जो विभाग संयुक्त दल में शामिल होंगे, उनमें कृषि, राजस्व और पंचायत विभाग शामिल रहेंगे। मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि दिल मत दुखाना और आंखों में आंसू मत आने देना। राहत की राशि जो किसी राज्य में नहीं मिलती, वह मध्यप्रदेश सरकार देगी। दोनों तरह की राहत राशि दी जाएगी।

फसलों का सर्वे सेटेलाइट से भी करवाने के दिए निर्देश

फसलों का सर्वे सेटेलाइट से भी करवाने के निर्देश दिए। जहां बिजली गिरी है और बिजली गिरने से  जिन किसानों की मृत्यु हुई है, उनके परिवार को 4 लाख  रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। ओलावृष्टि से पीड़ित ऐसे किसान जो न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए पंजीयन नहीं करा सके हैं, उनके लिए पुनः पोर्टल खुलवाकर उनका रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी यह घोषणा सिर्फ सागर जिले के लिए नहीं, बल्कि प्रदेश के सभी 20 ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों के लिए है। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि सर्वे के बाद पूरी ईमानदारी से आकलन हो। किसानों को नुकसान का मुआवजा और फसल बीमा, दोनों से राहत दिलाई जाए। इस दौरान विधायक महेश राय, जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत, जन-प्रतिनिधि और किसान बंधु मौजूद रहे।

बंजारा परिवारों को मिलेंगे आवासीय पट्टे और शुद्ध पेयजल

बीना से भोपाल लौटते वक्त मुख्यमंत्री श्री चौहान से रिफाइनरी के पास रहने वाले 51 बंजारा परिवार के सदस्यों ने मुलाकात कर अपनी समस्याएं बताईं। मुख्यमंत्री ने संभागायुक्त और कलेक्टर को निर्देश दिए कि सभी बंजारा परिवारों को मुख्यमंत्री भू-आवासीय योजना में पट्टे दिए जाएं और उनकी पेयजल समस्या का निदान भी करें।

गले लगाकर किसानों को बंधाया ढांढस

सीएम शिवराज सिंह ने मंगलवार को विदिशा जिले की गुलाबगंज तहसील के ओला-वृष्टि प्रभावित गाँव और खेतों का भी जायजा लिया। शिवराज सिंह ग्राम पटवारीखेड़ी में गेहूँ फसल प्रभावित किसान श्रीमती कोमल बाई और रघुवीर सिंह दांगी, मसूर फसल प्रभावित किसान विजय सिंह दांगी और कील सिंह से चर्चा की। इसी तरह ग्राम घुरदा के गेहूँ फसल प्रभावित किसान श्रीमती रामवती सिंह, रंजीत सिंह, वीरेन्द्र सिंह, नारायण सिंह, कृष्णपाल सिंह, चना फसल के प्रभावित किसान किशन सिंह और मूडरागणेश गाँव के किसान इन्द्रेश और नेतराम के खेत पर पहुँचे और फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने किसानों को गले लगाया और सांत्वना दी कि उनके नुकसान की अधिकतम भरपाई की जायेगी।

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