मध्य प्रदेश

साढ़े 3 साल की बच्ची से रेप की घटना से आक्रोशित लोगों ने स्कूल के बाहर किया प्रदर्शन ….

भोपाल। राजधानी में साढ़े 3 साल की बच्ची से रेप की घटना से आक्रोशित लोगों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर जमकर हंगामा किया। बच्ची से रेप के मामले से गुस्साए अन्य बच्चों के परिजन गुरुवार सुबह स्कूल पहुंच गए। उन्होंने काफी देर तक गेट के बाहर हंगामा किया। वे दोषी पर सख्त कार्रवाई के साथ स्कूल प्रबंधन के जिम्मेदारों पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे थे। स्कूल प्रबंधन के समझाने के बाद भी हंगामा होता रहा। वहीं, बच्ची की मां ने पुलिस पर स्कूल प्रबंधन पर मेहरबानी का आरोप लगाया है। एफआईआर के चार दिन बीतने के बाद भी स्कूल प्रबंधन पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है। आरोप है कि मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी स्कूल प्रबंधन को क्लीनचिट देने में जुटे हुए हैं।

साढ़े 3 साल की बच्ची के साथ हुई घटना से आक्रोशित लोगों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया।

इधर, शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को भोपाल पुलिस कमिश्नर को तलब कर मामले को लेकर अपडेट लिया। सीएम ने कहा- ये बिल्कुल नहीं चलेगा कि कोई प्रभावशाली व्यक्ति है तो हम बात भी नहीं करेंगे, सभी को बुलाइए। स्कूल प्रबंधन को बुलाएं और कड़ी कार्रवाई करें। यह कोई साधारण घटना नहीं है। कितना भी बड़ा स्कूल हो, जवाबदार है। कितनी जल्दी सजा हो सकती है देखिए। सीएम ने स्कूल बसों के सभी ड्राइवर का पुलिस वेरिफिकेशन चेक करने के भी निर्देश दिए। सभी स्कूलों में क्लियर मैसेज जाए कि जरा भी लापरवाही हो तो प्रबंधन जिम्मेदार है।

भोपाल पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर सीएम को अब तक की कार्रवाई का अपडेट देते हुए।

सीएम की समीक्षा बैठक में पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर, एडिशनल सीपी सचिन अतुलकर समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- स्कूल मालिक को आज बुलाया गया है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।  बैठक के बाद पुलिस भी एक्शन में आ गई है। दोपहर में एसआईटी का गठन कर जांच के लिए स्कूल भेजा गया। टीम पिछले गेट से स्कूल के भीतर दाखिल हुई। एक के बाद एक 3 गाड़ियों से अधिकारी पहुंचे। हालांकि, सुबह से स्कूल के गेट पर तैनात पुलिस जवानों को दोपहर में हटा लिया गया।

स्कूल की डायरेक्टर पर हो सकती है एफआईआर

स्कूल बस में बच्ची से रेप मामले में पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने बताया कि टीम आरोपी ड्राइवर की भर्ती प्रक्रिया, बस में जीपीएस का डाटा और सीसीटीवी खराब होने को लेकर स्कूल के डायरेक्टर से पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही पीड़िता की मां द्वारा घटना बताए जाने के बाद भी 3 दिन तक प्रबंधन ने घटना को छिपाकर रखा। इसे लेकर भी डायरेक्टर से पूछताछ की जाएगी। अभी तक 3 दिन के गैप को लेकर प्रबंधन सही जवाब नहीं दे पाया है। उन्होंने कहा- स्कूल की डायरेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है। पुलिस लोक अभियोजन अधिकारियों से कानूनी सलाह ले रही है। प्रारंभिक तौर पर पॉक्सो एक्ट की धारा-21 (अपराध को दर्ज कराने में विफलता) के तहत डायरेक्टर पर केस बन रहा है। इसके साथ ही स्कूल बस में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के उल्लंघन का भी केस बनेगा।

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