छत्तीसगढ़

अस्पताल समेत विभिन्न सुविधाओं की मांग को लेकर लोगों ने किया चक्काजाम, कार्यालय नहीं तो मतदान नहीं… स्टेट और नेशनल हाइवे पर दिया धरना….

मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी. मानपुर में कार्यालय नहीं तो मतदान नहीं का नारा बुलंद करते ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की ओर भी इशारा कर दिया है. विधायक और संसदीय सचिव इंद्रशाह मंडावी रात में औंधी दौरे से लौटते मानपुर पहुंचे. जहां उनके काफिले को बीच रास्ते में रोककर आंदोलनकारियों ने उन्हें पैदल धरनास्थल तक लाया. भारी तनातनी और विरोधी स्वरों के बीच विधायक से बात हुई. पर ग्रामीणों ने उनके आश्वासनों को सिरे से खारिज कर दिया. बहरहाल आज दूसरा रोज है, खाना पानी लेकर मानपुर समेत अन्य कई गांवों के लोग चक्काजाम कर डटे हुए हैं.

मानपुर क्षेत्रवासियों ने स्टेट हाइवे और नेशनल हाईवे पर अनिश्चितकालीन आंदोलन कर चक्काजाम कर दिया है. 3 अक्टूबर को सुबह तकरीबन 8 बजे से मानपुर-राजनांदगांव स्टेट हाइवे और छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र नेशनल हाइवे समेत इलाके के तमाम छोटे-बड़े सड़कों में चक्काजाम कर दिया गया है.

बता दें कि यहां हर दल और संगठन के लोग ग्रामीणों के साथ जुटे हुए हैं. यहां तक कि सत्ता पक्ष के विधायक प्रतिनिधि समेत कई बड़े नेता इस आंदोलन में प्रमुखता से बने हुए हैं. क्षेत्रवासी इस नवगठित जिले में जिला अस्पताल समेत विभिन्न जिला कार्यालयों की स्थापना नहीं किये जाने से आक्रोशित हैं.

इसी बीच आदिवासी नेता सूरजु टेकाम ने मानपुर में जारी जनआंदोलन को समर्थन दिया है. सर्व आदिवासी समाज के प्रांत उपाध्यक्ष सूरजु टेकाम ने कहा कि सब मिलकर ये लड़ाई लड़ेंगे. इस दौरान टेकाम ने भाजपा सांसद और कांग्रेसी विधायक दोनों पर निशाना भी साधा. टेकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर उनके पास इस मांग को रखेंगे. बता दें कि पिछले करीब 30 घंटे से मानपुर में लगातार चक्काजाम कर क्षेत्रवासी आंदोलन कर रहे हैं.

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