छत्तीसगढ़

राजिम कवि सम्मेलन में शामिल हुए मंत्री ताम्रध्वज साहू

राजिम। छेरछेरा पुन्नी से माघी पुन्नी तक लगातार एक माह तक राजिम में चलने वाले कल्पवास में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी त्रिवेणी संगम साहित्य समिति राजिम नवापारा जिला गरियाबंद के तत्वाधान में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान रामचन्द्र की पूजा-अर्चना के साथ हुआ।

कल्पवास में चल रहे इस कवि सम्मेलन के दौरान मंत्री धार्मिक, धर्मस्व, संस्कृति, पर्यटन व गृह ताम्रध्वज साहू का आगमन हुआ। जिन्होंने कल्पवास व कवि सम्मेलन की महत्ता पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर त्रिवेणी संगम साहित्य समिति के साहित्यकारों ने मंत्री ताम्रध्वज साहू का शाल-श्रीफल भेंटकर स्वागत, अभिनन्दन किया। साथ ही अध्यक्ष धनराज मध्यानी, उपाध्यक्ष चतुरराम जगत व पार्षद नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा के संध्या राव का शाल-श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया।

कवि कोमल सिंह साहू ने माँ शारदे की वंदना की, इसके पश्चात मशहूर कवि मकसूदन साहू बरीवाला ने काव्यपाठ प्रस्तुत करते हुए कहा कि ‘कौन यहाँ किससे बड़े है, हर कोई अहंकार में पड़े है’, पढ़कर खूब वाहवाही लूटी। इसके पश्चात कवि मोहनलाल मणिकपन भावुक ने कहा कि ‘न जमीं देना न गगन देना, मुझे तिरंगे का कफ़न देना’, पढ़कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया, तो हुमन कुमार साहू ने ‘मंदिर-मस्जिद की लड़ाई पर’ शानदार रचना पढ़ी।

इसी कड़ी में कोमलसिंह साहू ने ,”त्रिवेणी संगम में राजिम का धाम है”, पढ़कर राजिम की महिमा को अपने काव्यपाठ के माध्यम से बताने का प्रयास किया। डेरहु राम साहू ने संस्कृति पर लाजवाब रचना प्रस्तुत किया। कविताओं की श्रृंखलाओं को आगे बढ़ाते हुए कवियत्री श्रीमती केंवरा यदु ने नारी शक्ति पर दमदार रचना प्रस्तुत की। कवि संतोष कुमार साहू, “प्रकृति” ने “मैं महानदी के धारी अंव” के माध्यम से मंच को ऊँचाई प्रदान किया।

कार्यक्रम का संचालन कर रहे श्रवण कुमार साहू प्रखर ने संत और सिपाही की महत्ता पर बेहतरीन रचना प्रस्तुत करते हुए कहा कि, “संत अउ सिपाही के जिनगी, सचमुच में उपकारी हे, “के माध्यम से कल्पवास की सार्थकता को सिद्ध करने का प्रयास किया।

कल्पवास में कवि सम्मेलन के आयोजन के अवसर पर अर्जुन नयन तिवारी, बैसाखू राम साहू, अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी गरियाबंद, विकास तिवारी, युवा कांग्रेस कार्यकर्ता मेघनाथ साहू व कल्पवास कर रहे बाबूलाल साहू, केशर साहू, बिमला बाई, प्रभुराम, पुरइन बाई, हरिराम, सुशीला देवी, बसंत, चंदा, श्यामलाल वर्मा, देव नारायण रात्रे सहित सैकड़ों की संख्या में संत समाज व श्रोतागण उपस्थित रहे। आभार प्रदर्शन समिति के सचिव संतोष कुमार साहू व प्रकृति ने किया।

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