राजस्थान

नागौर में तेजपाल मिर्धा ने सामूहिक त्यागपत्र देकर कांग्रेस को दिया बड़ा झटका

नागौर.

हनुमान बेनीवाल के सामने खींवसर से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले तेजपाल मिर्धा सहित सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने आज कांग्रेस छोड़ दी है। सामूहिक रूप से इन्होंने त्यागपत्र दिया है। नागौर की सियासत में एक तरीके से यह बड़ा राजनीतिक धमाका भी आज देखने को मिला है। तेजपाल मिर्धा ने कांग्रेस की टिकट पर खींवसर से विधानसभा चुनाव लड़ा था। आज तेजपाल मिर्धा के आह्वान पर कुचेरा नगर पालिका के 21 पार्षदों, 8 पूर्व पार्षद,  07 पचांयत समिति सदस्यों ने कांग्रेस की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। साथ ही करीब 400 पदाधिकारीयों ने भी इस्तीफा दिया है।

इनमें एक ब्लॉक अध्यक्ष, 10 उपाध्यक्ष, 24 महासचिव, 22 सचिव, 12 सहसचिव, 30 कार्यकारणी सदस्य, 264 बूथ अध्यक्ष, 01 एनएसयूआई, 01 यूथ कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष शामिल है। इन सभी ने तेजपाल मिर्धा को कांग्रेस से निष्कासित करने से नाराज होकर कांग्रेस छोड़ी है।

कांग्रेस को लगा है बड़ा झटका
एक साथ बड़ी संख्यां में पदाधिकारियों द्वारा त्यागपत्र देने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। विशेषकर खींवसर में कांग्रेस के लिए यह बड़ी मुसिबत खड़ी हो गई है क्यूंकि ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर बूथ स्तर तक के पदाधिकारियों ने कांग्रेस छोड़ दी है।

मतीरों का भारा कहने के बाद बदले घटनाक्रम
दरअसल पिछले सप्ताह जायल क्षेत्र में भाषण के दौरान हनुमान बेनीवाल ने गठबंधन को मतीरों का भरा कहा था और यह भी कहा कि कांग्रेस के चार पांच नेता ऐसे हैं जो बीजेपी का दुपट्टा पहनकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं, बेनीवाल ने यह भी कहा कि मैं कांग्रेस के जिला अध्यक्ष व प्रदेश के प्रभारी रंधावा को कह चुका हूं,  लेकिन फिर भी उनको कांग्रेस से बाहर नहीं निकाला जा रहा।  बेनीवाल के इसी बयान के बाद दूसरे ही दिन प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने हनुमान बेनीवाल के सामने विधानसभा चुनाव लड़ने वाले तेजपाल मिर्धा सहित कांग्रेस के तीन नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था और इसी के बाद नागौर में सियासी घटनाक्रम बदल गए थे।

तेजपाल मिर्धा ने किया खुला ऐलान
कुचेरा नगर पालिका के चैयरमेन तेजपाल मिर्धा ने हनुमान बेनीवाल के सामने खींवसर से चुनाव लड़ा था, कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले तेजपाल मिर्धा हनुमान बेनीवाल से गठबंधन करने के खिलाफ थे और गठबंधन होने के बाद वो बेनीवाल के साथ प्रचार में भी नहीं जा रहे थे। लेकिन खुद कांग्रेस ने ही जब तेजपाल मिर्धा को निष्कासित कर दिया तो अब तेजपाल मिर्धा खुलकर मैदान में आ गये और कहा है कि वे उसके साथ रहेंगे जो हनुमान बेनीवाल को हराएगा।

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