नई दिल्ली

त्रिपुरा में भाजपा और सीपीआई-एम कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद भारी बवाल, सीपीआई-एम के कार्यालय में घुसकर की तोड़फोड़ और आगजनी ….

नई दिल्ली । त्रिपुरा में भाजपा और सीपीआई-एम कार्यकर्ताओं के बीच कई जगहों पर झड़प हुई है। सोमवार को मुख्यमंत्री मानिक सरकार को धानपुर में एक कार्यक्रम के दौरान विऱोध का सामना करना पड़ा था। इस दौरान सीपीआई-एम और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी। पुलिस ने कहा कि उदयपुर में बीजेपी के कार्यकर्ता को गंभीर चोट आई है और उनकी हालत अभी भी स्थिर नहीं है।

इस पूरे हंगामे के बाद भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। पुलिस ने बताया कि उदयपुर में काफी भीड़ जुट गई थी। इस भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी है। सीपीआई-एम के नेता बिजन धार ने कहा कि मैं पार्टी कार्यालय को देखने आया था। इस दौरान हमारी कार पर हमला हुआ और उसे आग के हवाले कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि हंगामे की शुरुआत गोमती जिले के उदयपुर शहर से हुई। बताया जा रहा है कि सीपीआई-एम यूथ विंग फेडरेशन ने रैली निकाली थी। इस रैली के दौरान सीपीआई-एम के कार्यकर्ताओं ने एक भाजपा कार्यकर्ता पर हमला कर दिया। यह भाजपा कार्यकर्ता वहां से गुजर रहे थे।

इस हमले में  वो गंभीर रूप से घायल हो गये। पुलिस ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं का एक ग्रुप वहां मौजूद था। DYFI की रैली के दौरान दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच झगड़ा हो गया। सूत्रों के मुताबिक अगरतला, बिशालगढ़ और कैथला में सीपीआई-एम के कार्यालय को आग लगाया गया और तोड़फोड़ की गई।

उपद्रवियों ने पूर्व मंत्री रतन भौमिक की गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया। कृषि मंत्री प्रणजीत सिंघा रॉय इस झड़प के बाद खुद घटना स्थल पर पहुंचे थे। यहां पहुंचने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सीपीआई-एम की यूथ विंग ने बिना पूर्व अनुमति यहां रैली आयोजित की थी। जब पुलिस ने इस रैली को रोकने की कोशिश की तब उन्होंने हिंसा शुरू कर दी।

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