पेण्ड्रा-मरवाही

कलेक्टर ने जारी किया आदेश, अब बगैर अनुमति के नहीं होंगे शादी-ब्याह, लेनी होगी एसडीएम से अनुमति

नरवा गरवा घुरवा की समीक्षा बैठक, गौठान निर्माण कार्य में प्रगति लाने दिए निर्देश

पेंड्रा (अमित रजक)। कलेक्टर शिखा राजपूत ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी योजना के तहत जिले में किये जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि जिले में प्रथम चरण के सभी 25 गौठान में निर्माण कार्य पूर्ण हैं तथा द्वितीय चरण में स्वीकृत 59 गौठानों में निर्माण कार्य प्रगति पर है। वहीं कलेक्टर ने आदेश जारी कर अनुविभागीय दंडाधिकारी पेंड्रारोड को अपने क्षेत्रान्तर्गत आवेदकों द्वारा विवाह की अनुमति हेतु आवेदन किये जाने पर ही वैवाहिक कार्यक्रम की सशर्त अनुमति देने हेतु अधिकृत किया है।

आदेश में अनुविभागीय दण्डाधिकारी पेंड्रारोड द्वारा आवेदकों को विवाह की अनुमति सशर्त दी जाएगी जिसमें विवाह में वर वधू एवं शादी कराने वाले को मिलाकर 20 व्यक्तियों को ही सम्मिलित होने की अनुमति होगी। समारोह में फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। किसी भी तरह का सार्वजनिक आयोजन मार्ग पर बारात निकालने एवं सार्वजनिक भवनों के उपयोग पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा।

विवाह सिर्फ अपने निवास के प्रांगण में ही करने की अनुमति होगी। एक चार पहिया वाहन में ड्राइवर सहित चार लोगों को ही आवागमन की अनुमति होगी। ध्वनि विस्तारक यंत्र के उपयोग की अनुमति नहीं होगी। सामूहिक भोज पर प्रतिबंध रहेगा। कार्यक्रम स्थल पर मास्क एवं हाथ धोने की व्यवस्था किया जाना अनिवार्य होगा

क्लेक्टर ने सभी गौठान एवं चारागाहों में पानी की व्यवस्था हेतु 14वें वित्त की राशि से नलकूप खनन एवं क्रेडा से सौर उर्जा पम्प स्थापना किये जाने हेतु संबंधितों को निर्देशित किया। कलेक्टर ने किसी गौठान में पशुशेड के आधार पर अतिरिक्त पशुशेड की आवश्यकता हो तो स्वीकृति हेतु प्रस्ताव भेजने हेतु निर्देशित किया।

उन्होंने प्रत्येक गौठान में स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक गतिविधि हेतु प्रेरित करने निर्देशित किया। उन्होंने मनरेगा के अंतर्गत निर्मित कूपों में से प्रत्येक विकासखंड में 100-100 कूपों का चिन्हांकन कर बाड़ी विकास कार्य लिये जाने हेतु उद्यान विभाग को निर्देशित किया।

उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को मनरेगा अंतर्गत निर्मित डबरियों, जहां जल संचय प्रचुर मात्रा में हो रहा है, की मेंढ़ पर अरहर की फसल लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि गौठानों में स्व-रोजगार संबंधी विविध गतिविधियों का संचालन कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाना चाहिए। उन्होंने गौठानों के बेहतर संचालन के लिए इसे आय मूलक गतिविधियों से जोड़ने की भी बात कही। इस अवसर पर कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन सहित अन्य विभागों के विभिन्न अधिकारीगण उपस्थित थे।

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