नई दिल्ली

150 भारतीयों को तालिबानी ले गए थे साथ, पूछताछ और पासपोर्ट किया चेककर काबुल एयरपोर्ट पर छोड़ा …

नई दिल्ली। काबुल एयरपोर्ट पर हजारों अफगानी नागरिक जमा हैं। उन्हें उम्मीद है कि यूएस या यूके जा रही किसी फ्लाइट में उन्हें जगह मिल जाएगी और वो अफगानिस्तान से निकल पाने में कामयाब हो जाएंगे। अब तक ऐसे कई वीडियो सामने आ चुके हैं जिसमें तालिबानी एयरपोर्ट के बाहर भीड़ पर खुलेआम फायरिंग करते नजर आए हैं ताकि वो भीड़ को पीछे धकेल सकें। भारत ने अपने राजदूत, कई सरकारी अधिकारियों, सुरक्षा अधिकारियों और कुछ भारतीयों को सी-17 एयरक्राफ्ट के जरिए अफगानिस्तान से पहले ही निकाल चुका है। ऐसा कहा जा रहा है कि अभी भी वहां 500 भारतीय मौजूद हैं। सरकार इन सभी को सुरक्षित वापस लाने का प्रयास कर रही है।

काबुल एयरपोर्ट पर 150 भारतीयों की मौजूदा स्थिति को लेकर संशय की स्थिति बन गई। इन सभी भारतीयों को तालिबानी अपने साथ ले गए थे। कुछ ऐसी खबरे आ रही हैं कि तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट के पास ही किसी स्थान पर इन सभी भारतीयों से पूछताछ की है। इससे पहले एक मिलिट्री एयरक्राफ्ट 80 अन्य भारतीयों को लेकर तजाकिस्तान गया। सबसे पहले यह खबर अफगानी मीडिया आउटलेट ‘Etilaatroz’ और ‘Kabul Now’ पर आई। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि 150 से ज्यादा लोगों को तालिबान ने अगवा कर लिया है। इनमें से ज्यादातर भारतीय हैं। हालांकि, बाद में इसी मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि तालिबानी प्रवक्ता ने किडनैपिंग की बातों से इनकार भी कर दिया है।

अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया था कि सभी भारतीय महफूज थें और एयरपोर्ट पर भेजे जाने से पहले उनके पासपोर्ट की जांच की गई थी। इस पूरी घटना पर भारतीय अधिकारियों की तरफ से आधिकारिक तौर से कुछ भी नहीं कहा गया है। हालांकि, सरकार अफगानिस्तान से निकल रहे सभी भारतीयों पर नजर बना कर रख रही है। सुरक्षा के मद्देनजर सरकार, अफगानिस्तान से निकलने वाले सभी भारतीयों का ब्योरा भी रख रही है।

इस घटना को जानने वाले लोगों का कहना है कि करीब 200 लोग अचानक शुक्रवार को काबुल एयरपोर्ट पहुंच गये। इनमें 70 अफगानी नागरिक थे। यह सभी लोग एक ग्रुप में आए थे एक साथ इतने साले लोगों के वहां पहुंचने पर भीड़ जमा हो गई। इसके बाद एयरपोर्ट के बाहर मौजूद तालिबानियों ने इन लोगों को रोक दिया। जिसके बाद ज्यादातर अफगानी भीड़ से निकलकर भाग गये।

इसके बाद तालिबान ने भारतीयों से पूछताछ की और फिर उन्हें एयरपोर्ट से किसी अज्ञात स्थान पर आगे की जांच-पड़ताल के लिए ले गए।  बताया जा रहा है कि इन लोगों से पूछताछ और इनके डॉक्यूमेंट्स की पड़ताल के बाद इस ग्रुप को वापस शनिवार की दोपहर तक काबुल एयरपोर्ट भेज दिया गया। इससे पहले इंडियन मिलिट्री की एक एयरक्राफ्ट ने करीब 80 भारतीयों को तजाकिस्तान की राजधानी दुसांबे पहुंचाया। जानकारी के मुताबिक एक अन्य मिलिट्री एयरक्राफ्ट को दुसांबे एयरपोर्ट पर स्टैंडबाय में रखा गया है। इस एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल इंडियन एयर फोर्स ट्रांजिट प्वाइंट के तौर पर कर रही है।

क्योंकि इस वक्त काबुल एयरपोर्ट से एक निश्चित समय पर एक निश्चित देर के लिए ही उड़ान भरना संभव हो पा रहा है। इस एयरपोर्ट पर अभी यूएस मिलिट्री का नियंत्रण है। अफगान से निकल रहे लोगों का कहना है कि उन्हें सबसे ज्यादा दिक्कत देश के अलग-अलग शहरों से निकल कर काबुल एयरपोर्ट तक पहुंचने में हो रही है। तालिबान ने शहर में कई सारे चेक पोस्ट लगा दिये हैं। इस बीच चिंता की एक बात यह भी सामने आई है कि पाकिस्तान पोषित आतंकवादी ग्रुप लश्कर-ए-तैय्यबा और हक्कानी नेटवर्क के खूंखार आतंकी भी वहां मौजूद हैं।

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