नई दिल्ली

पाकिस्तान की इकॉनमी हो गई पस्त तो केंद्रीय मंत्री एहसान इकबाल ने की चाय कम पीने की अपील …

नई दिल्ली। पाकिस्तान एक आर्थिक तबाही के कगार पर है। पाकिस्तान लंबे वक्त से आतंकवाद से जूझता रहा है और अब आर्थिक संकट भी सामने है। पाकिस्तान का करीबी सहयोगी चीन भी पाकिस्तान को आर्थिक संकट से मुक्ति दिलाने में विफल रहा है। शहबाज सरकार अगले तीन सालों में 6.4 अरब डॉलर का कर्ज चुकाकर अंतररष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा निर्धारित बेलआउट मानदंडों को पूरा करने का प्रयास कर रही है।

पाकिस्तान की इकॉनमी एकदम से पस्त है। शहबाज सरकार चीन, सऊदी अरब जैसे देशों से कर्ज की तलाश में हैं। इसके साथ ही इस्लामाबाद अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से भी मदद की आस में है। इस बीच पाकिस्तान सरकार के एक मंत्री ने आम लोगों से चाय की खपत में कटौती करने की अपील की है।

मीडिया से बातचीत के दौरान एहसान इकबाल ने इकॉनमी को बचाने के लिए लोगों से अपील करते हुए कहा कि मैं देश से एक कप चाय कम पीने की अपील करूंगा। बता दें कि एहसान योजना, विकास और स्पेशल इंसेंटिव के प्रमुख हैं।

पाकिस्तान अब तक 22 बार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास बेलआउट का अनुरोध कर चुका है हालांकि वास्तविक सुधार पहलों की कमी रही है। और यही वजह है कि पाकिस्तान को अब तक इस संस्था से कोई मदद नहीं मिल सकी है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भी तेजी से घट रहा है और वह पिछले एक साल से भी कम समय में आधे से भी कम रहे गए हैं।

पाकिस्तानी नागरिकों ने सोशल मीडिया साइट्स पर एहसान इकबाल का खूब मजाक उड़ाया है और लताड़ लगाई है। लोगों ने कहा है कि सरकार को चाहिए कि घर-घर जाकर मॉनिटर करे कि किसने कितनी चाय पी। ट्विटर पर लोगों ने कहा है कि एहसान को चाहिए कि वह चाय और सुट्टा पीना बंद कर दें। लोगों ने शहबाज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप इकॉनमी की बेहतरी के लिए काम कर सकते हैं तो कीजिए वरना चुनाव में आपकी विदाई भी तय है।

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