मध्य प्रदेश

प्रमोशन पाने पत्नी को बॉस से संबंध बनाने को करता था मजबूर, इंदौर की महिला ने सुनाई रूह कंपाने वाली दास्तां

महिला का आरोप है कि अपने प्रमोशन के लिए पति उसे बॉस और दोस्तों के साथ सोने को मजबूर करता था, देवर भी मिटाना चाहता था अपनी हवस

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में एक महिला ने अपने पति, देवर और सास पर संगीन आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि अपने प्रमोशन के लिए पति उसे बॉस के साथ सोने को मजबूर करता था। यही नहीं पैसे वाला बनने के लिए वह अपने दोस्तों का बिस्तर गर्म करने को भी कहता था। मना करने पर पति, देवर और सास द्वारा उससे मारपीट की जाती थी।

इंदौर की रहने वाली पीड़िता का कहना है कि 12 साल की बेटी के लिए उसने सब कुछ सहन किया। लेकिन, पति और परिवार के जुल्म दिन ब दिन बढ़ रहे हैं इसलिए उसने इंदौर की जिला कोर्ट में याचिका दायर की है। पीड़िता ने कोर्ट के समक्ष याचिका लगाई कि पति आर्थिक रूप से सक्षम होने के लिए उसे उसके दोस्तों व अन्य लोगों को परोस कर पदोन्नत होना चाहता है। इस मामले में कोर्ट ने महिला एवं बाल विकास आयोग की कॉन्फीडेंशियल रिपोर्ट के बाद पति, सास और देवर के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

पीड़िता के वकील कृष्ण कुमार कुन्हारे ने बताया कि नंदानगर में रहने वाली 32 साल की महिला की शादी 2003 में पुणे के अमित छाबड़ा से हुई। अमित तब कपड़े के शोरूम पर सेल्स का काम करता है। दोनों की एक 12 साल की बेटी है। पति की तनख्वाह 10 हजार रुपए महीना है। शादी के बाद ही अमित गलत दोस्तों के संपर्क में आकर पीड़िता को अपने बॉस और दोस्तों के साथ के विदेशी संस्कृति से संबंध बनाने के लिए मजबूर करता ताकि उसका प्रमोशन हो जाये। इसमें पीड़िता का देवर राज भी उसके साथ पति जैसा व्यवहार करता। आधी-आधी रात को बुरी नियत से पीड़िता को छूता था और संबंध बनाने के सेक्सुअल रूप से प्रताड़ित करता था, जिसमें सास हेमलता की भी मिलीभगत रहती थी। पीड़िता इस सब का विरोध करती तो सभी ससुरालजन उसके साथ मारपीट करते थे और गाली गलौज भी करते थे। उसका देवर उसकी 12 साल की बेटी के सामने ही उसके साथ गलत हरकतें करता था, जिससे बेटी की शिक्षा-दीक्षा और मनोदशा भी प्रभावित होती थी।

वकील कृष्ण कुमार कुन्हारे के मुताबिक ससुरालजनों की हरकतों से तंग आकर पीड़िता ने एक बार हाथ की नस काट आत्महत्या भी करने की भी कोशिश की थी। इस पर पीड़िता का इलाज हुआ और बेटी का भविष्य और वैवाहिक जीवन खराब ना हो ये सोचकर पीड़िता ने ससुरालजनों को एक और मौका भी दिया। पर उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया और उनके अत्याचार लगातार जारी रहे। वे लोग पीड़िता को कैदी जैसा रखते थे और घरेलू हिंसा करते थे। जिसके बाद जैसे तैसे पीड़िता दिनांक 12 अगस्त 2022 को प्रताड़ना से तंग होकर अपने मायके इंदौर आ गई। जहां पर भी पति ने मायके में आकर पीड़िता के साथ मारपिटाई की जिसको लेकर पीड़िता ने पति ससुरालजनों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिस पर पति को पुलिस द्वारा बुलाने पर पति ने लिखित में अपने करतूतों को वापस ना दोहराने की बात कही और माफी मांगी, पर कुछ दिनों बाद पति, ससुरालजन पहले की जैसी हरकत करने लगे, जिस पर पीड़िता ने अपने वकील कृष्ण कुमार कुन्हारे के माध्यम से जिला कोर्ट इंदौर में घरेलू हिंसा से महिला को संरक्षण अधिनियम में केस फ़ाइल किया और ससुरालजनों के अत्यचारों से सुरक्षा की मांग की।

महिला एवं बाल विकास विभाग ने जांच में पीड़िता के आरोप सही बताया, कोर्ट ने मामला दर्ज करने के दिए निर्देश

कोर्ट ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को मामले की जांच और रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। पूरे मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग ने भी पीड़िता के साथ हुए अत्याचारों को सही बताया और पीड़िता के साथ देवर द्वारा बलपूर्वक संबंध बनाने सहित अन्य लोगों के साथ संबंध बनाने के दबाव डालने की पति की करतूतों को भी सही मानते हुए पीड़िता के साथ लैंगिक हिंसा होने की रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी, जिसके बाद कोर्ट ने पति सहित ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

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