मध्य प्रदेश

कांग्रेस की गुटबाजी पर शिवराज ने कसा तंज, कहा- राहुल और कमल नाथ के नेतृत्व में पूरी पार्टी होल्ड पर

इंदौर के बाद खंडवा शहर कांग्रेस और ग्रामीण इकाई के अध्यक्ष की नियुक्ति पर रोक लगाने को लेकर ली चुटकी

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारी और जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद गुटबाजी खुलकर सामने आने लगी है। नई नियुक्तियों पर मचे घमासान के चलते इंदौर के बाद खंडवा शहर और ग्रामीण जिला कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति पर रोक लगा दी गई है। इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी और कमल नाथ के नेतृत्व में पूरी पार्टी ही होल्ड पर रखी हुई है। नियुक्ति करते हैं और होल्ड कर देते हैं। जनता भी कांग्रेस को होल्ड पर ही रखने वाली है।

ज्ञात हो कि, इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस गुटबाजी से परेशान है। हाल ही में संगठन में हुई नियुक्तियों को लेकर जो विवाद का दौर शुरू हुआ, वह थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं, भाजपा भी कांग्रेस पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। दरअसल, पहले इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनाए गए अरविंद बागड़ी की नियुक्ति पर विरोध प्रदर्शन के बाद प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश अग्रवाल ने रोक लगा दी। इसके बाद पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कार्यकारी अध्यक्ष की व्यवस्था को लेकर प्रश्न उठा दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के साथ उन्हें और तीन अन्य को कार्यकारी अध्यक्ष अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने बनाया और व्यवस्था में परिवर्तन की कोई सूचना नहीं दी गई है। इसके बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कमल नाथ को भावी मुख्यमंत्री प्रचारित किए जाने को लेकर पार्टी में नेता के चयन की प्रक्रिया को लेकर प्रश्न खड़ा करते हुए पदाधिकारियों की नियुक्ति में वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी की बात उठाई। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी उनकी बात का समर्थन किया। इसके बाद मंगलवार को खंडवा शहर और ग्रामीण इकाई के अध्यक्षों की नियुक्ति स्थगित कर दी गई। इन सभी मामलों को पार्टी की गुटबाजी से जोड़कर देखा जा रहा है, जिस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा और कहा कि राहुल गांधी और कमल नाथ के नेतृत्व में तो पूरी पार्टी ही होल्ड पर जाने वाली है। नियुक्ति करते हैं और होल्ड कर देते हैं। प्रदेश की जनता भी कांग्रेस को होल्ड पर ही रखने वाली है।

शिवराज ने दागा अगला प्रश्न: विशेष कृषि क्षेत्र बनाने का वादा भूले कमल नाथ

पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ से प्रश्न पूछने के क्रम में बुधवार को सीएम ने विशेष कृषि क्षेत्र बनाने के वचन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने झूठे वचन पत्र पर वोट मांगे थे। मैं प्रश्न पूछने का अभियान चला रहा हूं और जनता को याद दिला रहा हूं कि कांग्रेस ने 200 से 500 हेक्टेयर के विशेष कृषि क्षेत्र विकसित करने और वहां सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का वचन दिया था। कमल नाथ जी बताएं कि इसे पूरा क्यों नहीं किया। झूठे वादे करना और भूल जाना और जनता को भ्रमित करना, यह कांग्रेस का काम रहा है।

कमलनाथ ने भी पूछा- हर हाथ एक काज योजना का वादा क्यों पूरा नहीं किया

वहीं, कमल नाथ ने भी मुख्यमंत्री से प्रश्न किया कि हर हाथ एक काज योजना के अंतर्गत प्रत्येक परिवार के बेरोजगार व्यक्ति की आय सुनिश्चित करने का वादा किया था, वो पूरा क्यों नहीं किया। आज प्रदेश में 30 लाख से अधिक पंजीकृत बेरोजगार हैं। आज उमरिया पहुंचे कमलनाथ ने कांग्रेस संगठन में नई नियुक्तियां स्थगित करने के पार्टी के फैसले पर कहा कि लोगों ने दिल्ली में शिकायतें की हैं। लोग नाखुश थे, तो कहा जांच करा लेते हैं, इसलिए होल्ड कर दिए।

कमलनाथ बोले- वे 18 साल का हिसाब दें, मैं 15 महीनों का हिसाब देने को तैयार हूं

बुधवार को उमरिया के दौरे पर पहुंचे कमलनाथ ने कहा- उमरिया की वन और कोयले से पहचान है। कोयले के क्षेत्र में जहां विभिन्न प्रदेशों से लोग रोजगार के लिए आते थे, आज उमरिया के लोगों को पलायन करना पड़ रहा है। वनभूमि में से चार लाख पट्‌टे निरस्त कर दिए गए। ये उमरिया का हाल है। किसान का सत्यानाश, नौजवानों, निवेश, व्यापारियों, कानून-व्यवस्था, गोवंश का सत्यानाश हो गया है। वे 18 साल का हिसाब दें। मैं 15 महीनों का हिसाब देने को तैयार हूं। मुझसे 15 महीनों का हिसाब मांगते हैं, जनता मेरी गवाह है। 15 महीने में से ढाई महीना आचार संहिता और चुनाव में गया। एक महीना उथल-पुथल में गया। मैं कुर्सी के लिए सौदा नहीं करना चाहता था। मप्र की पहचान सौदे की राजनीति से नहीं करवाना चाहता था। शिवराज सिंह जो नाटक-नौटंकी कर रहे हैं, ये विकास यात्रा नहीं, बल्कि ये उनकी निकास यात्रा है। मप्र में जो भोले-भाले मतदाता हैं, वे समझदार हैं, उन्हें ज्ञान देने की जरूरत नहीं हैं।

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी ली चुटकी

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- कांग्रेस में रस्साकशी चल रही है कि सीएम का चेहरा कौन होगा, कौन नहीं होगा। पहले इंदौर का अध्यक्ष होल्ड पर हुआ। अब खंडवा का अध्यक्ष होल्ड पर हो गया। कमलनाथ के छोटे भाई से निवेदन है कि उनकी उम्र का ध्यान नहीं रख रहे, तो उनके इन्वेस्टमेंट का तो ध्यान रखो। मुझे लगता है कि चुनाव आते-आते कमलनाथ जी का मुख्यमंत्री बनना ही होल्ड पर करा देंगे।

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