नई दिल्ली

प्रियंका गांधी का आंदोलन दबाने बंद करवाया गया था फेसबुक और वाट्सीअप – उदित राज…

नई दिल्ली। सोमवार को शाम अचानक फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट‌्सअप और मैसेंजर ने अचानक काम करना बंद कर दिया था। कई घंटों तक सर्वर डाउन रहने के बाद फिर सभी ऐप्स ने काम करना शुरू कर दिया। कई लोग इसके लिए मोदी सरकार को दोष दे रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि प्रियंका गांधी का आंदोलन दबाने के लिए फेसबुक-वाट्सएप बंद करवाया गया।

 

कांग्रेस सांसद उदित राज ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा- ऐसा प्रतीत होता है जैसे कि फेसबुक-वाट्सएप और इंस्टाग्राम केंद्र सरकार ने जान बूझकर बंद करा दिए। ताकि प्रियंका गांधी जी का आंदोलन दब जाए। आम आदमी पार्टी के एमएलए सौरभ भारद्वाज ने भी कहा- ‘जबसे भाजपा के मंत्री के कपूत की वीडियो आई है, फेसबुक-वाट्सएप बंद हो गए हैं। भाजपा किसी भी हद तक गिर सकती है।’

 

वहीं कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक ने कहा- WhatsApp और Facebook कभी इतनी देर के लिए डाउन हुआ है? Down हुआ है या करवाया गया है #लखीमपुरकिसाननरसंहार का सच दबाने के लिए? नई वीडियो को वायरल होने से रोकने के लिए?’ पंखुड़ी पाठक ने अपने एक अन्य पोस्ट पर कहा- ‘तो इन्होंने WiFi और मोबाइल इंटरनेट भी धीमा कर दिया है। Jio बहुत लोग उपयोग करते हैं इंटरनेट के लिए, उसको भी बंद किया है। टीवी न्यूज़ के बाद इंटरनेट पर भी पूरा कब्ज़ा करना चाहते हैं ये लोग! यह बहुत खतरनाक है।’

 

कांग्रेस के सोशल मीडिया डिपार्टमेंट के चेयरमैन रोहन गुप्ता ने कहा- ‘व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम का इतने लंबे समय के लिए बंद रहना संयोग है या प्रयोग है?’ एक यूजर ने BJP सरकार को लेकर लिखा था कि- ‘कांग्रेस लीडर पंखुड़ी पाठक ने कहा है कि बीजेपी ने व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम को डाउन करवाया ताकि लखीमपुर का वीडियो वायरल न हो पाए।’

 

इस पर बीजेपी नेता नीतू डबास ने रिएक्ट किया औऱ कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए जवाब दिया- ‘कांग्रेसियों की बुद्धि भी पंख लगाकर इटली फुर्र हो गयी है। राहुल गांधी कहां से भर्ती करते हो?’ बता दें, लखीमपुर खीरी के तिकोनिया-बनबीरपुर रोड पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध कर रहे कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों पर कथित तौर पर दो एसयूवी वाहन चढ़ाए जाने के बाद हिंसा भड़क गई थी।

 

अधिकारियों के अनुसार उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखीमपुर खीरी दौरे से पहले ये घटना घटी। इस घटना में आठ लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में इस घटना का विरोध किया जा रहा है।

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