नई दिल्ली

चोरी के शक में बंद गरीब सफाई कर्मचारी की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध परिस्थिति में मौत, रोका गया प्रियंका गांधी को आगरा जाने से …

लखनऊ । पुलिस प्रताड़ना से एक गरीब सफाई कर्मचारी की मौत का मामला सामने आया है। उक्त गरीब सफाई कर्मचारी को आगरा के जगदीशपुरा थाने के मालखाने से 25 लाख रुपए चोरी के शक में हिरासत में लिया गया था। सफाई कर्मचारी अरूण की पुलिस हिरासत में मौत को लेकर यूपी में एक बार सियासी माहौल गर्माता नज़र आ रहा है। पुलिस ने पीड़ित परिवार से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को आगरा-लखनऊ हाइवे पर रोक दिया गया है। अपनी नेता को रोके जाने से कांग्रेस यूपी सरकार पर आग बबूला है।

कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्‍णन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह सरकार की तानाशाही है। पुलिस ऊपर के इशारे पर प्रियंका गांधी को पीड़ित परिवार से मिलने से रोक रही है। उन्‍होंने कहा कि सरकार को प्रियंका गांधी और कांग्रेस से डर लगता है लेकिन कांग्रेस किसी के रोकने नहीं रुकने वाली। उधर, सपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने भी आगरा में पुलिस हिरासत में मौत को लेकर सरकार को घेरा है। उन्‍होंने कहा कि पुलिस ने पहले खुद ही मालखाने में चोरी कराई फिर दलित सफाई कर्मचारी पर इल्‍जाम मढ़ दिया। योगी राज में पुलिसवाले खुद अपराध कर रहे हैं। उधर, पीड़ित परिवार और वाल्मिकि समाज के स्‍थानीय लोगों ने इस घटना के विरोध में आज वाल्मिकि जयंती नहीं मनाई। परिवार ने सरकार से एक करोड़ रुपए का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है। इसके साथ ही कहा है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई होनी चाहिए।

मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका गांधी को पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए रोका है। रोके जाने पर प्रियंका की पुलिस से झड़प भी हुई। इसका वीडियो फेसबुक लाइव पर भी दिखा। गौरतलब है कि जगदीशपुरा थाने के मालखाने से 25 लाख रुपये चोरी के शक में पुलिस ने सफाई कर्मचारी अरुण को हिरासत में लिया था। मंगलवार की रात सफाई कर्मचारी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। घटना ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं। अरुण लोहामंडी क्षेत्र का निवासी था। बवाल की आशंका के मद्देनजर थाने को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। आसपास के जिलों से भी पूर्व में यहां रह चुके तेज तर्रार इंस्पेक्टर बुलाए गए हैं।

जगदीशपुरा थाने के मालखाने में शनिवार रात को दरवाजे तोड़कर 25 लाख रुपये चोरी कर लिए गए थे। रविवार सुबह घटना की जानकारी होने के बाद इंस्पेक्टर अनूप कुमार तिवारी समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।  मंगलवार को पुलिस ने सफाई कर्मचारी को ताजगंज क्षेत्र से पकड़ा था।  उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने दस लाख रुपये से अधिक बरामद कर लिए थे। इसके बाद और  रुपये बरामद करने को पूछताछ की जा रही थी। देर रात पुलिस हिरासत में सफाई कर्मचारी की हालत बिगड़ गई। इसके बाद पुलिस ने उसे हास्पिटल में भर्ती कराया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुबह इस घटना पर बवाल हो सकता है इस आशंका के चलते थाने पर पुलिस फोर्स तैनात की गई है।

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