मध्य प्रदेश

किशोर कुमार जैसे व्यक्तित्व बनाते हैं कला और संस्कृति को समृद्ध – शिवराज सिंह

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पार्श्व गायक और अभिनेता किशोर कुमार जैसे व्यक्तित्व राष्ट्र की कला और संस्कृति को समृद्ध बनाने का कार्य करते हैं। उनकी स्मृति को सदैव बनाए रखेंगे। स्व. किशोर कुमार के गीत कर्णप्रिय हैं, जिन्हें हर कोई हमेशा गुनगुनाना चाहता है। मुख्यमंत्री चौहान खण्डवा में हो रहे राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान अलंकरण समारोह और संगीत संध्या को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह समारोह किशोर कुमार की जन्म स्थली खण्डवा में ही किया जाना उचित है। खण्डवा ही नहीं मध्यप्रदेश और भारत की भूमि ऐसे प्रतिभाशाली कालाकारों से धन्य है। काश, किशोर कुमार जैसे गायक लौटकर फिर आएँ।

मुख्यमंत्री चौहान ने वर्ष 2019 के लिए किशोर कुमार सम्मान से सम्मानित अशोक मिश्रा, मुम्बई, वर्ष 2020 के लिए किशोर कुमार सम्मान से सम्मानित अमिताभ भट्टाचार्य मुम्बई और वर्ष 2021 के लिए किशोर कुमार सम्मान से सम्मानित विवेक रंजन अग्निहोत्री मुम्बई को बधाई दी। मिश्रा पटकथा लेखन, भट्टाचार्य गीत लेखन और अग्निहोत्री निर्देशन के लिए सम्मानित किए गए। संस्कृति विभाग द्वारा निर्णायक समिति के माध्यम से सम्मान के लिए चयन की कार्यवाही की गई।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि किशोर कुमार को जन्म भूमि खण्डवा से बहुत लगाव था। वे कहते भी थे- दूध जलेबी खाएंगे, खण्डवा में बस जाएंगे। किशोर कुमार के दुनिया में करोड़ों दीवाने हैं। सम्मान समारोह में संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, विधायक नारायण सिंह पटेल, देवेंद्र, राम दांगोरे खण्डवा की महापौर श्रीमती अमृता यादव उपस्थित थी।

किशोर कुमार के गीतों का किया उल्लेख

मुख्यमंत्री चौहान ने किशोर कुमार के कुछ गीतों का उल्लेख किया, जिनमें “जिंदगी एक सफर है सुहाना….. घुंघरू की तरह बजता ही रहा हूँ मैं ….., रूक जाना नहीं तू कहीं हार के ….., मेरे सामने वाली खिड़की में…..” शामिल हैं। सम्मान कार्यक्रम में संगीत संध्या में आमंत्रित कलाकारों ने अनेक गीत प्रस्तुत किए। संचालक संस्कृति अदिती कुमार त्रिपाठी और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी, जन-प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।

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