मध्य प्रदेश

नाबालिग रेसलर अपहरण कांड की गुत्थी सुलझी : कुश्ती कोच ने किया था भोपाल की नाबालिग रेसलर को अगवा

पुलिस ने किशोरी को चंडीगढ़ से किया बरामद, भोपाल लाकर पिता के सुपुर्द किया

भोपाल। राजधानी पुलिस ने नाबालिग रेसलर अपहरण कांड की गुत्थी सुलझा ली है। टीटी नगर स्टेडियम और रेतघाट तिराहे के सिटी सर्विलांस के कैमरे से पुलिस को गाड़ी का सुराग लगा तो अपहरण से पर्दा हटता चला गया। रेसलर को हरियाणा के झज्जर का कुश्ती कोच भोपाल से अगवा कर ले गया था। पुलिस किशोरी को चंडीगढ़ से बरामद करके 10 दिसंबर को भोपाल ले आई है। रेसलर उस समय गायब हुई थी, जब वह रोज की तरह टीटी नगर स्टेडियम में प्रैक्टिस के लिए निकली थी, लेकिन वापस घर नहीं पहुंची। श्यामला हिल्स पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया था।

श्यामला हिल्स पुलिस के अनुसार किशोरी 10वीं की छात्रा एवं रेसलर है। रोजाना की तरह प्रैक्टिस के बाद 9 नवंबर को जब वह घर नहीं पहुंची तो उसके पिता स्टेडियम पहुंचे। वहां उन्हें पता चला कि उनकी बेटी प्रैक्टिस के लिए नहीं आई थी। बाद में उन्होंने श्यामला हिल्स थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया। पुलिस को उसका स्कूटर पार्किंग में खड़ा मिला। आसपास के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में वह एक कार में सवार होते हुए दिखी थी। एडिशनल सीपी सचिन अतुलकर के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने रेतघाट के कैमरों की रिकार्डिंग देखी तो हरियाणा के नंबर की गाड़ी ट्रेस हुई थी। यह झज्जर निवासी रॉकी सिंह (नवीन का चचेरा भाई) के नाम रजिस्टर्ड थी। 11 नवंबर को पुलिस झज्जर रवाना हुई और नवीन के घर चरखीदादरी पहुंची। पुलिस को नवीन के पिता चांद सिंह पहलवान मिले। उन्होंने बताया कि नवीन 2 नवंबर को 50 हजार रु. और 5 किलो घी लेकर यह बोलकर निकला है कि वह हिमाचल जा रहा है।

आरोपी नवीन सिंह

चार महीने पहले हुई थी आरोपी से पहचान

किशोरी के पिता ने पुलिस को बताया कि चार महीने पहले एक कुश्ती प्रतियोगिता में हिस्सा दिलाने वे बेटी को लेकर रोहतक (हरियाणा) गए थे। तब रास्ते में झज्जर निवासी पहलवान नवीन नारा ने गाड़ी में लिफ्ट दी थी। बातचीत में उसने बेटी के बारे में जानकारी ली थी। नवीन ने सलाह दी थी कि यदि रेसलिंग में बेटी का भविष्य बनाना है तो एडमिशन रोहतक में करा दीजिए। उसने दोनों के मोबाइल नंबर भी ले लिए थे। भोपाल आने के बाद भी नवीन फोन करता था। नवीन 29 अक्टूबर को भोपाल आया। श्यामला हिल्स की एक होटल में उसने किशोरी के पिता को बुलाया था। बेटी का एडमिशन रोहतक में कराने को कहा। वह किशोरी से मिलने स्टेडियम भी पहुंचा था। शंका होने पर मां ने बेटी का मोबाइल छीनकर रख लिया था। पुलिस को होटल से नवीन का चरखीदादरी (हरियाणा) का पता मिला था।

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