मध्य प्रदेश

इंदौर में श्रम निरीक्षक 10 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार, मामला रफा-दफा करने महिला से मांगे थे 25 हजार ….

इंदौर. सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय के श्रम निरीक्षक मनोज सिंह तोमर को लोकायुक्त पुलिस ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। उसने एक फर्म पर बाल श्रम का केस बनाया था, उसी केस का निराकरण करने के नाम पर 25 हजार रुपये मांगे थे। लोकायुक्त पुलिस ने उस पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्रवाई की गई।

लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल के अनुसार ये कार्रवाई शिवानी शर्मा (27 वर्ष) नाम की एक महिला की शिकायत पर की गई है. उन्होंने बताया कि संजय नगर आस्था टॉकीज के पास रहने वाली शिवानी शर्मा की तिरूपति हर्ब्स नाम से टेलि मार्केटिंग कंपनी कुंजीर एवेन्यू अंजनी नगर इन्दौर में थी, जो अब बंद हो चुकी है. इसका निरीक्षण श्रम निरीक्षक मनोज सिंह तोमर ने किया था. इसमें श्रम संबंधी बहुत सारी कमियां पाई गयी थीं. निरीक्षण के दौरान फर्म में 18 साल से कम उम्र से लेबर काम करते मिले.

साथ ही यह भी पता चला कि उन्हें तय वेतन से कम पैसे दिए जा रहे थे. न तो उन्हें बोनस दिया जा रहा था और न ही कोई बैंक अकाउंट था. लेबर इंस्पेक्टर मनोज सिंह ने ईएसआईसी बीमा ना होने की कमी बताकर प्रकरण बनाया था. शिवानी से कहा गया था कि आपको इसमें डेढ लाख रुपए की पेनाल्टी देनी पड़ेगी. उसके बाद लेबर इंस्पेक्टर ने शिवानी शर्मा को ऑफिस बुलाकर मामला रफा-दफा करने के एवज़ में 25 हज़ार रुपये की रिश्वत मांगी थी.

शिवानी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त एसपी इंदौर कार्यालय में कर दी. इस शिकायत के सत्यापन के बाद लेबर इंस्पेक्टर ने पहली किश्त के रूप में 10 हज़ार रुपये की मांग की. लोकायुक्त पुलिस ने जाल बिछाया और तय प्लान के मुताबिक शिवानी को रिश्वत के 10 हजार रुपए लेकर लेबर इंस्पेक्टर मनोज सिंह तोमर के पास भेजा. शिवानी से जैसे ही मनोज तोमर ने रिश्वत के पैसे लिए, घात लगाए बैठी लोकायुक्त टीम ने उसे रंगे हाथों ट्रैप कर लिया. लोकायुक्त टीम द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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