मध्य प्रदेश

सिमी के दो केस में सजा काट चुका खंडवा का मैकेनिक आईएसआईएस का सक्रिय मेंबर निकला

मैकेनिक अब्दुल रकीब को पश्चिम बंगाल एसटीएफ उठाकर ले गई

भोपाल। मध्यप्रदेश के खंडवा के एक मैकेनिक का आतंकी संगठन आईएसआईएस से कनेक्शन निकला है। वह पूर्व में आतंकी संगठन सिमी का भी एक्टिव मेंबर रहा है। लेकिन सिमी पर प्रतिबंध और सख्ती के चलते नेटवर्क ध्वस्त होने के बाद वह आईएसआईएस का सक्रिय मेंबर बन गया। अब्दुल रकीब नाम के इस मैकेनिक को पश्चिम बंगाल पुलिस अपने साथ ले गई है। उसके आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े होने के साक्ष्य मिले हैं। सोशल मीडिया ग्रुप्स में वह आईएसआईएस के नेटवर्क से जुड़ा हुआ था। पूर्व में भी वह सिमी जैसे आतंकी संगठन में रहते हुए दो मामलों में सजा काट चुका तो एक में जमानत पर बाहर था।
खंडवा एसपी विवेकसिंह न बताया कि खान शाहवली क्षेत्र निवासी मैकेनिक अब्दुल रकीब को धारा 121, 121ए, 122, 123 और 120बी में दर्ज केस में किया गिरफ्तार किया है। उसके द्वारा सोशल मीडिया पर ऐसी गतिविधियोंं को अंजाम दिया जा रहा था, जो देश विरोधी आतंकवादी संगठन से जुड़ी हुई थी। जब एसटीएफ की टीम ने सोशल मीडिया से आतंकी गतिविधियों का रिकॉर्ड खंगाला तो उसमें खंडवा के रकीब के जुड़े होने की बात सामने आई थी। पुख्ता सबूत मिलने के बाद पश्चिम बंगाल एसटीएफ की टीम कोतवाली पहुंची। वहां से 4-5 एसटीएफ के जवान कार से पंधाना रोड घासपुरा स्थित 16 खोली क्षेत्र के लिए निकले। उन्होंने मस्जिद से बाहर निकल रहे रकीब को पकड़कर कार में बैठा लिया। जब रकीब के दोस्त फैजान ने एसटीएफ जवानों से पूछताछ की कि, इसे कहां ले जा रहे हो तो जवानों ने उसे पीछे हटा दिया। उसके बाद रकीब को कार से ले गए।
7 साल जेल में रहने के बाद आया था बाहर, उसका भाई रशीद भी जुड़ा था सिमी से
रकीब व उसका भाई रशीद सिमी से जुड़े थे। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया था। 7 साल तक जेल में रहने के बाद वे 2013-14 में बाहर आ गए। उसके बाद वह मैकेनिक के साथ ऑटोमोबाइल का धंधा करने लगा। 16 खोली में रकीब व उसके भाइयों की दुकान भी है। रशीद ने बताया कि जिला कोर्ट से उनका फैसला हो चुका है। कोर्ट ने बरी कर दिया था, लेकिन एटीएस ने फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की। तब से लगातार रकीब पेशी पर भी जा रहा है।

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